देहरादूनः नगर निगम परिसर में स्थित यूनियन बैंक शाखा के कर्मचारी ने ग्राहकों के लाखों रुपए अपनी पत्नी समेत परिवार वालों के अकाउंट में डाल दिए. जिसके बाद बैंक प्रबंधक की तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया. साथ ही बैंक प्रबंधक की ओर से बैंक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है.
दरअसल, देहरादून नगर निगम में स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शाखा के प्रबंधक चेतन कुमार ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें उन्होंने बताया कि बैंक कर्मचारी निशांत सड़ाना ने मार्च 2022 में फर्जी तरीके से बैंक के तीन ग्राहकों के खाते से धनराशि को अवैध रूप से निकाला. बैंक प्रबंधन को जानकारी होने के बाद मामले की जांच कराई गई.
जांच रिपोर्ट में पाया गया कि निशांत सड़ाना ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ग्राहकों के खाते से धनराशि निकालकर अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों के खाते में डाले हैं. जिसके बाद बैंक कर्मचारी को 10 अगस्त 2022 को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन बैंक को 3 अक्टूबर 2022 को नगर निगम शाखा की एक खातेदार गार्गी देवी की ओर से शिकायत मिली कि बैंक कर्मचारी ने 40 लाख का गबन कर लिया है.
ये भी पढ़ेंः रानीखेत में एटीएम तोड़ने का प्रयास, नैनीताल बैंक और डाकघर खंगाल चुके हैं चोर
बैंक को जानकारी मिलने के बाद आरोपी निशांत को धनराशि वापस करने के लिए कहा गया और निशांत ने लिखित रूप में धनराशि जल्द वापस करने के लिए कहा था. 24 जनवरी 2023 को निशांत ने 7 लाख 30 हजार रुपए वापस कर दिए, लेकिन बाकी रुपयों के लिए टालमटोल करता रहा.
आरोपी निशांत ने महिला के 32 लाख 70 हजार रुपए वापस नहीं किए. जिसके बाद बैंक ने पूरी धनराशि 32 लाख 70 हजार रुपए ब्याज के साथ महिला गार्गी देवी के खाते में ट्रांसफर कर दी है. बैंक प्रबंधक की तहरीर के आधार निशांत के खिलाफ कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है.
मामले में देहरादून एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि नगर निगम में स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शाखा के प्रबंधक चेतन कुमार की तहरीर के आधार पर आरोपी निशांत सड़ाना के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है. आरोपी ने ग्राहकों के खातों से धनराशि को ट्रांसफर कर अपनी पत्नी और परिवार वालों के खातों में ट्रांसफर किए हैं.