देहरादून/हरिद्वार: सहकारी बैंक शाखा घंटाघर के मैनेजर ने पूर्व मैनेजर पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऋण देने का आरोप लगाया है. साथ ही सहकारी बैंक में ऋण के नाम पर गबन करने के आरोप में पूर्व मैनेजर नरेंद्र कुमार के साथ दो अन्य लोगों के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. उन पर मैनेजर रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए करीब 47 लाख रुपए के गबन का आरोप है. उधर, हरिद्वार में बिना लोन दिए ही किश्त भरने के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है. मामले में कोर्ट के आदेश पर बैंक समेत अन्य लोगों पर केस दर्ज हुआ है.
दरअसल, देहरादून के घंटाघर स्थित सहकारी बैंक के महाप्रबंधक प्रशासन मुखराम प्रसाद ने शहर कोतवाली में एक तहरीर दी है. तहरीर के मुताबिक पूर्व मैनेजर कनिष्ठ नरेंद्र कुमार शर्मा ने बैंककर्मी शंकर थापा और संदीप कुमार के साथ मिलकर फर्जी एड्रेस पर 17 लोगों को लोन साल 2018 से 2019 दिलाया है. आरोप है कि करीब 47 लाख रुपए लोन का गबन किया गया है. महाप्रबंधक प्रशासन को बैंक में गड़बड़ी मिली तो मामले में विभागीय जांच के बाद पूर्व मैनेजर को निलंबित कर दिया गया. अब मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है. वहीं, एसपी सिटी सरिता डोभाल का कहना है कि मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है.
हरिद्वार में बिना लोन दिए ही बैंक बना रहा था किश्त भरने का दबाव: बैंक की ओर से लोन देकर अपने ग्राहकों से वसूली करने के मामले आपने सुने होंगे, लेकिन हरिद्वार में अलग ही मामला सामने आया है. यहां बिना लोन लिए ही बैंक ग्राहक पर लगातार किश्त जमा करने का दबाव बना रहा है. इसकी शिकायत ग्राहक ने जब संबंधित कोतवाली में की तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से इंकार कर दिया. इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद आखिरकार पुलिस ने बैंक प्रबंधक समेत अन्य कर्मियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
जानकारी के अनुसार, राहुल कुमार निवासी शिव विहार कॉलोनी सराय ज्वालापुर ने कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया है. जिसमें उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ने उसे फोन कर महिंद्रा कोटेक बैंक से लिए गए क्रेडिट कार्ड पर 1.57 लाख का लोन लेने की बात कही और इसे तत्काल चुकाने के लिए कहा. जबकि, इस बैंक में उसका कोई खाता तक नहीं है. उसे रुड़की स्थित कोटेक महिंद्रा बैंक में खाता बताया गया. बैंक पहुंचकर मैनेजर गौरव श्रीवास्तव से जानकारी ली तो केवल राहुल नाम का खाता खुला होने की बात बताई गई.
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जब उसने बैंक से खाते में दर्ज पूरा विवरण देने को कहा तो मैनेजर ने देने से इनकार कर दिया. आरोप है कि बीते साल 23 मार्च वालिया एसोसिएट्स दिल्ली से त्यागी नाम के व्यक्ति ने फोन किया और लोन चुकाने के लिए जबरन दबाव बनाया. राहुल कुमार नाम के व्यक्ति ने बैंक में आरके एंटरप्राइजेज निवासी शिवपुरम कॉलोनी रुड़की के नाम से खाता खुला होने की बात कही. पीड़ित का आरोप है कि कई बार इसी तरह उसको फोन कर लोन जमा करने के लिए धमकाया गया. जबकि वास्तव में न तो बैंक में उसका खाता है और न ही कभी उसने इस तरह का कोई लोन लिया है.
यह बात कई बार बताने के बाद भी न तो फोन करने वाले व्यक्ति ने और न ही बैंक के मैनेजर ने उसकी सुनी. बार-बार धमकी भरे फोन आने से परेशान होकर इसकी जानकारी कोतवाली ज्वालापुर पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के बजाए उल्टा उसे ही धमका कर कोतवाली से भगा दिया. जिसके बाद पीड़ित ने कोर्ट से इंसाफ की गुहार लगाई.
कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर कोटेक महिंद्रा बैंक सिविल लाइन शाखा रुड़की के प्रबंधक गौरव श्रीवास्तव, राहुल कुमार निवासी शिवपुरम् कॉलोनी रुड़की और एक रिकवरी एजेंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
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