देहरादून: उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग ने प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है. इसके लिए एक्शन प्लान भी तैयार कर लिया है. जिसके तहत विभाग सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के लिए लोगों को जागरुक करेगा. साथ ही कचरे को कुशल प्रबंधन तंत्र विकसित करने पर भी जोर दिया जा रहा है. खास बात ये है कि अभियान के दौरान सिर्फ प्लास्टिक के खिलाफ लोगों को जागरुक किया जाएगा, किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी.
बता दें, प्लास्टिक कचरे का बढ़ता अंबार विश्वभर में एक बड़े संकट के रूप में उभर रहा है. ऐसे में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेश पर भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के साथ भारतीय मानक ब्यूरो, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और महानिदेशक स्वास्थ्य सेवा की एक विशेषज्ञ समिति गठित की गई थी. इस समिति ने जो संस्तुतियों दी हैं, उनका अनुपालन कराने की जिम्मेदारी राज्य को दी गई है. जिसमें प्रथम चरण में जन जागरुकता पर फोकस किया जाएगा. राज्य सरकारों से कहा गया है कि वह सिंगल यूज़ प्लास्टिक को लेकर जन जागरुकता अभियान चलाएं और लोगों को उससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरुक करें. जिसमें देहरादून में होटल, कम्युनिटी हॉल, वेडिंग प्वाइंट, स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, ई-कॉमर्स ग्रुप, कॉरपोरेट हाउस, सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं को शामिल किया जाएगा.
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अभिहित अधिकारी जीसी कंडवाल ने बताया कि खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण के द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक और फूड पैकिंग के लिए प्लास्टिक यूज के खिलाफ एक जन जागरुकता अभियान चलाया जाना है. इसके लिए उन्हें एफएसएसएआई द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है कि लोगों को प्लास्टिक के खिलाफ प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है. इसके लिए हलवाई एसोसिएशन, बेकरी एसोसिएशन, रेस्टोरेंट और होटल व्यवसायियों के साथ जल्द ही बैठक की जाएगी और सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्परिणाम के बारे में जानकारी दी जाएगी.