देहरादून: साइबर ठग आपसे पैसा ऐंठने के लिए लगातार नए-नए तरीके ईजाद कर रहे हैं, जिससे सावधानी से ही बचा जा सकता है. वहीं थाना रायपुर क्षेत्र के अंतर्गत एक युवक से 10 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित का आरोप है कि आरोपी ने जीवन बीमा लोकपाल अधिकारी बताकर ठगी की घटना को अंजाम दिया. पीड़ित की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
गौर हो कि तपोवन एन्क्लेव के रहने वाले गौरव साहनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी की वह बाड़मेर राजस्थान में ऑयल कंपनी में कार्य करता है. 8 अप्रैल 2021 को गौरव साहनी के पास एक फोन आया और फोनकर्ता ने अपना नाम अश्विनी नेगी और जीवन बीमा लोकपाल अधिकारी बताया था. अश्विनी नेगी ने गौरव को उसकी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी की जानकारी दी. इसके बाद अपने विश्वास में ले लिया. अश्विनी नेगी ने बीमा पॉलिसी में ज्यादा रिटर्न का लालच देकर अपने बैंक खाते में 10 लाख रुपए जमा करवा लिए.
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उसके बाद अश्विनी नेगी ने गौरव से और रुपए की मांग की, लेकिन गौरव को ठगी का अहसास हो गया. गौरव साहनी ने बाड़मेर पुलिस को मामले की जानकारी दी, लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की. थाना रायपुर प्रभारी दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि गौरव साहनी की तहरीर के आधार पर अश्विन नेगी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है. मोबाइल नंबर के जरिये आरोपी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
ऐसे बनाते हैं शिकार: आजकल आरोपी अलग-अलग तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. आरोपियों को जैसे ही पता चलता है कि सामने वाला व्यक्ति इस तरीके से आसानी से ठगी का शिकार हो सकता है. वह वही तरीका अपनाते हैं जैसे एटीएम ठगी, एटीएम ब्लॉक करने के नाम पर हो, गिफ्ट देने के नाम से हो, शॉपिंग करने के नाम से हो, कस्टमर केयर के नाम से, बीमा कंपनी के नाम से हो, रिचार्ज के नाम से हो जिस तरीके से भी ठग आसानी से लोगों से ठगी कर सकते हैं, वह वही तरीका अपनाते हैं.
कैसे बचें: जैसे आपको इस प्रकार के फोन कॉल्स आते हैं, तत्काल फोन काट कर दें. बैंक कभी किसी भी व्यक्ति का अकाउंट नंबर और ओटीपी नहीं पूछता है. किसी अंजान व्यक्ति के झांसे में न आए.