देहरादून: प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री यतीश्वरानंद की अध्यक्षता में ग्राम्य विकास विभाग की बैठक आयोजित की गयी. इस दौरान बैठक में प्रदेश में मनरेगा के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई.
बैठक में कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद ने मनरेगा के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की. विभागीय सचिव को तत्काल मनरेगा के कार्यों में गति लाने के निर्देश दिये गये. मंत्री ने पहले चरण में जनपद हरिद्वार में दस ग्रामों को आदर्श ग्राम बनाये जाने के निर्देश दिये. प्रत्येक गांव का तत्काल सर्वे कराकर एक अभियान के तहत प्रत्येक गांव को शत-प्रतिशत शौचालय युक्त बनाए जाने के निर्देश दिये गये.
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स्वामी यतीश्वरानंद ने प्रत्येक सीडीओ व बीडीओ को मनरेगा के कार्यों में रुचि लेकर कार्य कराए जाने हेतु और सचिव ग्राम्य विकास को अपने स्तर से कैम्पों का आयोजन कर मनरेगा के कार्यों में तेजी लाने के लिए निर्देश दिये गये.
वहीं मनरेगा कार्मिकों को देय मानदेय में रुपये 2000 से 3000 तक वृद्धि करने हेतु पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये और हड़ताल अवधि का मानदेय मनरेगा कर्मियों को दिये जाने हेतु पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये. इस अवसर पर ग्राम्य विकास सचिव एस एस मुरुगेशन सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे.