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गढ़भूमि लोक संस्कृति कार्यक्रम में पहुंचे कृषि मंत्री, जमकर की तारीफ

ऋषिकेश गढ़भूमि लोक संस्कृति के कार्यक्रम में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल पहुंचे. उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को समाज के लिए हितकर बताया.

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ऋषिकेश गढ़भूमि लोक संस्कृति
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Published : Jan 8, 2020, 8:06 AM IST

ऋषिकेश: गढ़भूमि लोक संस्कृति के समापन कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल पहुंचे. उन्होंने समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होना लाभदायक बताया. साथ ही कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मनोरंजन के साथ-साथ समाज में अलग-अलग समुदायों की संस्कृति का आदान-प्रदान होता है. साथ ही आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति को जान पाती है.

ऋषिकेश में 3 दिवसीय गढ़भूमि लोक संस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. इस गढ़वाली सांस्कृतिक कार्यक्रम में रामलीला, गढ़वाली गीत, डांस और नंदा राज जात जैसे अलग-अलग कार्यक्रम देखने को मिले. जिसमें ढालवाला, मुनि की रेती और ऋषिकेश के लोग भारी संख्या में पहुंचे.

ऋषिकेश गढ़भूमि लोक संस्कृति कार्यक्रम समाप्त.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड क्रांति दल ने की भूख हड़ताल, मांगों को लेकर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

वहीं, इस महोत्सव के समापन कार्यक्रम में पहुंचे कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम समय - समय पर होने जरूरी हैं. ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम मनोरंजन ही नहीं, बल्कि बहुत तरीकों से लाभ देते हैं. आज के समय में युवा तेजी से पाश्चात्य सभ्यता को अपना रहे हैं. साथ ही अपनी भारतीय संस्कृति को भूलते जा रहे हैं. इस तरह के कार्यक्रमों से अलग-अलग समुदायों की संस्कृति का आदान-प्रदान होता है.

ऋषिकेश: गढ़भूमि लोक संस्कृति के समापन कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल पहुंचे. उन्होंने समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होना लाभदायक बताया. साथ ही कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मनोरंजन के साथ-साथ समाज में अलग-अलग समुदायों की संस्कृति का आदान-प्रदान होता है. साथ ही आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति को जान पाती है.

ऋषिकेश में 3 दिवसीय गढ़भूमि लोक संस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. इस गढ़वाली सांस्कृतिक कार्यक्रम में रामलीला, गढ़वाली गीत, डांस और नंदा राज जात जैसे अलग-अलग कार्यक्रम देखने को मिले. जिसमें ढालवाला, मुनि की रेती और ऋषिकेश के लोग भारी संख्या में पहुंचे.

ऋषिकेश गढ़भूमि लोक संस्कृति कार्यक्रम समाप्त.

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वहीं, इस महोत्सव के समापन कार्यक्रम में पहुंचे कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम समय - समय पर होने जरूरी हैं. ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम मनोरंजन ही नहीं, बल्कि बहुत तरीकों से लाभ देते हैं. आज के समय में युवा तेजी से पाश्चात्य सभ्यता को अपना रहे हैं. साथ ही अपनी भारतीय संस्कृति को भूलते जा रहे हैं. इस तरह के कार्यक्रमों से अलग-अलग समुदायों की संस्कृति का आदान-प्रदान होता है.

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ऋषिकेश--ऋषिकेश गढ़भूमि लोक संस्कृति के कार्यक्रम के समापन में पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि समय - समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होना लाभदायक है , सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मनोरंजन के साथ - साथ समाज में अलग-अलग समुदायों की संस्कृति का आदान प्रदान होता है साथ ही आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति को जान पाती है।


Body:वी/ओ--ऋषिकेश में 3 दिवशीय गढ़भूमि लोक संस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन हुआ । जिसमें गढ़वाली सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रामलीला , गढ़वाली गीत व डांस एवं नंदा राज जात जैसे अलग - अलग कार्यक्रम देखने को मिले । जिसमें ढालवाला , मुनिकीरेती एवं ऋषिकेश के कई लोगों की भीड़ कार्यक्रम में देखने को मिली।वहीं आज इस महोत्सव के समापन कार्यक्रम में पहुंचे कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम समय - समय पर होने जरूरी है। ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम मनोरंजन ही नहीं बल्कि बहुत तरीकों से लाभ देते है ।




Conclusion:वी/ओ--सुबोध उनियाल ने कहा आज के समय मे युवा तेजी से पाश्चात्य सभ्यता को अपना रहे हैं और अपनी भारतीय संस्कृति को भूलते जा रहे हैं,उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से अलग -अलग समुदायों की संस्कृति का आदान -प्रदान होता है  एवं आने वाले पीढ़ी को अपनी संस्कृति रीति - रिवाजों को जानने का अवसर मिलता है।


बाईट-- सुबोध उनियाल ( कृषि मंत्री,  उत्तराखंड सरकार)


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