देहरादून: दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की ओर से कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को दी गई बहस की खुली चुनौती मामले में मदन कौशिक ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पत्र भेजकर जवाब दिया है. जवाब में मुख्य रूप से मदन कौशिक ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि जो पत्र उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा भेजा गया है, उस पत्र ने बहस की तारीख में 4 जनवरी 2020 अंकित की गई है. लिहाजा, जो तारीख लिखी गई है वह इस बात को खुद बयां कर रही है कि आम आदमी पार्टी पूरे देश भर में उतावले का शिकार है. लिहाजा राजनीति जैसे गंभीर विषय को मजाक में न लें.
कोरोना काल में दिल्ली की स्थिति देश के गंभीर राज्यों में से एक रही है. दिल्ली में पर्यावरण की स्थिति काफी खराब है. यही नहीं, दिल्ली के सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार घट रही है. दिल्ली वासियों को 24 घंटों में मात्र तीन से चार घंटे ही बिजली-पानी की सुविधा मिल रही है. ऐसे में त्रिवेंद्र मॉडल पर सवाल खड़े करना सही नहीं है. हालांकि, आप के नेताओं को पता होगा कि राज्य में कैसे काम किया जाता है. बावजूद इसके मात्र 1 साल पहले राज्य में आना और चुनाव लड़ने की घोषणा करना राजनीतिक नहीं कहलाती.
राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया गया है. रोजगार, शिक्षा, ऊर्जा, पेयजल के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किये गये हैं. उत्तराखंडवासी त्रिवेंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं से भी लाभान्वित हो रहे हैं. आपको बता दें कि मनीष सिसोदिया ने कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को त्रिवेंद्र मॉडल पर बहस की खुली चुनौती दी है. इसके लिए मनीष सिसोदिया देहरादून आ रहे हैं. जहां उन्होंने 4 जनवरी को देहरादून के सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम में मदन कौशिक को डिबेट के लिए न्यौता दिया है.
सपनों को बेचने वाला व्यापारी है आप- मदन कौशिक
वहीं, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी चुनाव के दौरान जनता से जो वादे करती है और उन वादों को सिर्फ चुनाव तक ही सीमित रखती है, जिसे वह आगे नहीं बढ़ा पाती है, तो यह ठीक नहीं होगा. साथ ही कहा कि अगर आम आदमी पार्टी भी उत्तराखंड राज्य में चुनाव से पहले आकर जनता से वादे कर रही है, तो आम आदमी पार्टी का यह व्यवहार सपनों को बेचने वाला व्यापारी जैसा है. इसी रूप में आम आदमी पार्टी काम कर रही है.
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राजनीति का मजाक उड़ा रही है आप- मदन कौशिक
मदन कौशिक ने कहा कि सरकार डिबेट से नहीं डरा ही है, लेकिन हर चीज का एक तरीका होता है कि कैसे बहस करना चाहिए, किस तरह से बहस होगी. लेकिन आम आदमी पार्टी की गंभीरता इस बात से जाहिर होती है कि उन्होंने जो पत्र लिखा उस पत्र में तिथि 2020 की लिखी गई है. इससे साफ जाहिर है कि आम आदमी पार्टी सिर्फ जल्दबाजी में है, वह राजनीति को गंभीरता से नहीं ले रहा है, बल्कि राजनीति को मजाक में ले रहे हैं. राजनीति का मजाक उड़ा रहा है जो ठीक नहीं है.
टूरिस्ट पॉलिटिशियन के रूप में है आप- मदन कौशिक
मैदान कौशिक ने कहा कि मनीष सिसोदिया पलायनवादी सोच से प्रेरित है. चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी कभी पंजाब, यूपी, गुजरात जैसे विभिन्न राज्यों में चुनाव लड़ती है, जबकि राजनीति में जनता के सुख-दुःख में भागीदारी जरूरी होती है. दिल्ली में आप पार्टी की ओर से धरातल पर कोई कार्य नहीं किया है. बावजूद, इसके आम आदमी पार्टी टूरिस्ट पॉलीटिशियन की तरह राज्य में आई है और अब डिबेट के लिए चुनौती दे रहे हैं. जो, आम आदमी पार्टी की गंभीरता नहीं है. लिहाजा, भाजपा आम आदमी पार्टी को टूरिस्ट पॉलीटिशियन के रूप में देख रही है. वह जल्द ही आए हैं और जल्द ही राज्य से चले जाएंगे.
मनीष सिसोदिया ने दिया मदन कौशिक का जवाब
इसके जवाब में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखंड के लोग कह रहे हैं कि त्रिवेंद्र सरकार ने उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी पर कोई काम नहीं किया लेकिन कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि वो भाजपा सरकार एक नहीं बल्कि 100 काम गिनवा देंगे. उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र रावत मॉडल बनाम केजरीवाल मॉडल पर खुली बहस के लिए वो देहरादून में आ रहे हैं. उम्मीद है आप (मदन कौशिक) इससे पीछे नहीं हटेंगे.