देहरादून: आयुष विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं के निस्तारण को लेकर आयुष मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान पिछले कुछ महीने से रुके नर्सिंग स्टाफ के वेतन पर मंत्री ने न सिर्फ नाराजगी जताई. बल्कि, अधिकारियों को अगले 24 घंटे के भीतर नर्सिंग स्टाफ को वेतन देने के निर्देश भी दिए. बैठक के दौरान हरक सिंह रावत ने कहा कि प्रशासकीय दक्षता बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक निदेशालय और आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय मिनिस्टीरियल संवर्ग को एकल संवर्ग में बदलने के लिए नियमावली लाई जाएगी.
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बैठक में निर्णय लिया गया कि आयुर्वेदिक विभाग में कार्मिकों के पेंशन की समस्या के समाधान के लिए प्रस्ताव लाया जाएगा. साथ ही होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक फॉर्मेसी के रिक्त पद, पुराने नियमावली के अनुसार भरे जाएंगे. चतुर्थ श्रेणी के पद आयुर्वेदिक विभाग आउटसोर्सिंग के माध्यम से भरे जाएंगे. वहीं, आयुष मंत्री ने कहा कि आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय का कार्य केवल डिग्री देना नहीं है, बल्कि शोध और विकास कार्य करना भी है. विश्वविद्यालय प्रशासन से संबंधित प्रकरण पर विश्वविद्यालय अपने स्तर से निर्णय लेगा और आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के पास मौजूद 72 करोड़ के फंड का नियमानुसार प्रयोग करेगा.