मसूरीः कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बीजेपी मसूरी मंडल की ओर से आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान महिलाओं ने उन्हें रक्षा सूत्र बांधा. साथ ही उनकी लंबी आयु की कामना की. कार्यक्रम में मंत्री गणेश जोशी खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए. उन्होंने महिलाओं के संग जमकर ठुमके लगाए.
दरअसल, बीजेपी मसूरी मंडल की ओर से टाउन हॉल में रक्षाबंधन समारोह आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में लोक कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी. वहीं, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी पहाड़ी गीतों पर जमकर थिरकते नजर आए. जिसके बाद सैकड़ों महिलाओं ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को रक्षा सूत्र (राखी) बांधी. इस मौके पर कैबिनेट मंत्री जोशी ने महिलाओं को हर सुख-दुख में उनका साथ देने और हर संभव मदद का भरोसा दिया.
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वहीं, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी (Ganesh Joshi) ने कहा कि मसूरी की महिलाएं उन पर भरोसा करती हैं. वो उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करते हैं. यही वजह है कि उन्हें तीन बार विधायक बनाया गया है. साथ ही उन्होंने मसूरी की पेयजल, पार्किंग की व्यवस्थाओं को लेकर कहा कि जल्द की शहर की पेयजल पार्किंग की परेशानियां दूर होने वाली हैं.
भू-कानून पर कही ये बातः कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने प्रदेश में उठ रही भू-कानून की मांग पर कहा कि अन्य प्रदेशों के भू-कानून का अध्ययन किया जा रहा है. उत्तराखंड के लिए जो भी सबसे बेहतर होगा, वो किया जाएगा. इसके लिए कमेटी गठित की गयी है. वहीं, कार्यक्रम में कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां भी उड़ती नजर आईं.
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हैं गणेश जोशी: गणेश जोशी मसूरी से विधायक हैं. वो अभी उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. गणेश जोशी के पास सैनिक कल्याण और उद्योग मंत्रालय हैं. त्रिवेंद्र सिंंह रावत को जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से हटाया गया था तो उनके बाद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था. तीरथ के कार्यकाल में ही गणेश जोशी मंत्री बनाए गए थे.
शक्तिमान घोड़े से चर्चा में आए थे गणेश जोशी: मार्च 2016 में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा निकाला था. इस मोर्चे में बीजेपी समर्थक और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. इसी मोर्चे में बीजेपी के तत्कालीन विधायक गणेश जोशी ने पुलिस की लाठी लेकर शक्तिमान नामक घोड़े के पैर पर फटकारा था. जिसके कारण उसका एक पैर टूट गया था. इस घटना के बाद गणेश जोशी की काफी किरकिरी हुई थी. हालांकि बीजेपी सरकार आते ही गणेश जोशी के खिलाफ मुकदमा वापस ले लिया गया था.