देहरादून: कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने गुरुवार को अपने मंत्रालय के विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत विभिन्न निर्माण कार्यों में हो रही लेटलतीफी और बजट खर्च करने की धीमी गति पर नाराजगी जताई और अधिकारियों को फटकार भी लगाई.
मंत्री धन सिंह रावत ने केन्द्रीय एवं राज्य सरकार की योजनाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए. इसके अलावा उन्होंने सरकारी हॉस्पिटलों में सालों से रिक्त पड़े एक्स-रे और लैब टेक्नीशियनों पदों को एक महीने के अंदर भरने के निर्देश दिए हैं. वहीं एनएचएम के अंतर्गत चल रही भर्ती प्रक्रिया को किसी भी हाल में 10 नवम्बर तक सम्पन्न कराने को कहा.
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उन्होंने महानिदेशक स्वास्थ्य को विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कार्मियों का स्पष्टीकरण मांगने के भी निर्देश दिये. स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्माण कार्यों हेतु वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्वीकृति 68 करोड़ की धनराशि में से केवल 17 करोड़ रूपये ही अभी तक खर्च किये हैं. इसको लेकर मंत्री नाराज हुए हैं.
इसके अलावा आपदा प्रबंधन का बजट भी धीमी गति से खर्च किया गया है. इसको लेकर भी उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई. मंत्री धन सिंह रावत ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने को कहा.
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उन्होंने कोविड-19 संक्रमण के संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर वैक्सीन की शत-प्रतिशत डोज लगाने के लिए आशा वर्करों के माध्यम से सघन जागरूकता अभियान चालये जाने पर भी बल दिया. एनएचएम की समीक्षा बैठक में मिशन निदेशक सोनिका ने बताया कि वर्ष 2021-22 में विभिन्न मदों में स्वीकृत 872 करोड़ के सापेक्ष 530 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई थी, जिसमें से 163 करोड़ की धनराशि का उपयोग कर लिया गया है.