हल्द्वानी: चार साल में तीन मुख्यमंत्री बनाए जाने पर दिए गए बयान पर कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत (cabinet minister Banshidhar bhagat) ने सफाई दी है. साथ ही इसका सारा ठीकरा पत्रकार के ही सिर पर फोड़ दिया. उन्होंने कहा कि इस सवाल को पूछने वाले पत्रकार की उन्होंने डिमांड पूरी नहीं की तो खबर को तोड़-मरोड़ कर लिख दिया.
'मैंने कोई विवादित बयान नहीं दिया'
बंशीधर भगत ने कहा है कि मैंने कोई विवादित बयान (controversial statement) नहीं दिया, बल्कि मैंने सच बोला है. उन्होंने कहा कि मैंने अपने बयान में कहा था कि पार्टी हमारी है, परिवार हमारा है, हम एक मुख्यमंत्री बदलें या 10 मुख्यमंत्री बदलें, इसमें कांग्रेस को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए. बीजेपी पार्टी विकास के लिए काम करती है और हम विकास कर रहे हैं.
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'खबर तोड़-मरोड़ कर लिखी गयी'
वहीं, बंशीधर भगत से तीन मुख्यमंत्री बदले जाने के सवाल पर पत्रकार के ऊपर ही सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि 'जिस पत्रकार सज्जन ने उनसे यह सवाल पूछा था, उनकी कोई डिमांड थी, लेकिन उनकी उन्होंने डिमांड पूरी नहीं की तो उसने खबर को तोड़- मरोड़ कर लिख दिया'
'बंशीधर का बयान'
दरअसल, रविवार शाम राजभवन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत 11 कैबिनेट मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी. शपथ ग्रहण समारोह के समापन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर बड़ा बयान दे दिया था. उन्होंने कहा था कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन, पार्टी के अंदर का मामला है. हम 10 मुख्यमंत्री बनाएं या फिर एक या दो मुख्यमंत्री बनाएं, इससे जनता को मतलब नहीं है. जनता को काम चाहिए, जनता को स्वराज चाहिए, अच्छा राज चाहिए. वो हमने दिया है.
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नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विपक्ष का वार
गौरतलब है कि प्रदेश में 4 साल में तीन मुख्यमंत्री बदलने को लेकर बीजेपी लगातार विपक्ष के निशाने पर है. कांग्रेस, आप, यूकेडी और अन्य दलों ने बीजेपी को मिले प्रचंड बहुमत के बावजूद बार-बार नेतृत्व परिवर्तन को जनता के साथ भद्दा मजाक बताया है. पूर्व सीएम हरीश रावत (Former CM Harish Rawat) भी 5 साल के कार्यकाल में तीन सीएम बदलने पर लगातार प्रदेश सरकार पर हमलावर हैं.