विकासनगर: कालसी हरिपुर व्यास क्षेत्र में सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध अतिक्रमण कर मकान और रास्ता बनाया गया था. यहां ग्रामीण सालों से अतिक्रमण कर मकान बनाकर रह रहे थे. जिसके खिलाफ आज कार्रवाई की गई है. सिंचाई विभाग की नाली पर अवैध निर्माण के खिलाफ तहसील प्रशासन ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की. इस दौरान 15 अवैध मकानों पर पीला पंजा चला और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई.
विकासनगर में विभागीय और सरकारी जमीनों पर हुए अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने का काम लगातार जारी है. इसी क्रम में पछवा दून क्षेत्र के बाद जौनसार बावर के प्रवेश द्वार कालसी तहसील अंतर्गत हरिपुर व्यास नहरी में सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण कर बनाए गए भवनों का ध्वस्तीकरण किया गया.
तहसीलदार सुशीला कोठियाल के नेतृत्व में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई. जिसके तहत 15 मकान अवैध पर पीला पंजा चलाया गया. इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध किया, लेकिन कार्रवाई लगातार जारी रही. इस मौके पर तहसील प्रशासन के कर्मचारी और कालसी थाना पुलिस मौजूद रही. जबकि कुछ लोगों ने स्वयं अपने अवैध भवनों को तोड़ रहे हैं.
ये भी पढ़ें: Dhami Sarkar 2.0: 'बेरोजगारों पर लाठीचार्ज उनकी उपलब्धि', नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य धामी सरकार पर बरसे
तहसीलदार कालसी सुशीला कोठियाल ने बताया सरकारी जमीन और सिंचाई विभाग की नहर पर 15 लोगों ने अवैध अतिक्रमण कर भवन निर्माण किया था. इस संबंध में उप जिलाधिकारी कार्यालय 133 की सीआरपीसी के तहत सुनवाई हुई. सुनवाई में निर्माण अवैध पाए गए, जिसके आदेश के अनुपालन के तहत अवैध भवनों को चिन्हित किए गए. जिसके तहत ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है.
इसको लेकर उप जिलाधिकारी ने ध्वस्तीकरण के आदेश दिए थे. जिसमें कहा गया था कि अतिक्रमणकारी स्वयं अवैध निर्माण हटा दें अन्यथा पुलिस बल द्वारा हटाया जाएगा. जबकि सभी अतिक्रमणकारियों को डेढ़ माह का समय भी दिया गया था. तहसीलदार ने कहा मेरे द्वारा भी 3 दिन का समय दिया गया था कि अवैध अतिक्रमण हटा दें, लेकिन लोगों ने अवैध निर्माण को नहीं हटाया. आज 15 अवैध भवन को ध्वस्तीकरण किया जा रहा है, लेकिन रजिस्ट्री वाली जमीन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.