विकासनगर: विकासनगर बड़कोट यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कालसी काली माता मंदिर के समीप 1 वर्ष पूर्व सड़क का आधा हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया था. जिसे एनएच के अधिकारियों द्वारा तिरपाल से ढक दिया गया. विभाग की लापरवाही के चलते 1 वर्ष बीतने के बाद भी भूस्खलन के हिस्से को नहीं सुधारा गया. जिससे आए दिन दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है.
विकासनगर बड़कोट यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग का कालसी काली माता मंदिर के पास आधा हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आने से बीते 1 वर्ष से तिरपाल से ढका है. राष्ट्रीय राजमार्ग की देखरेख करने वाले लोक निर्माण विभाग देहरादून द्वारा प्लास्टिक की तिरपाल डालकर क्षतिग्रस्त मार्ग को ढक कर इतिश्री कर ली गई. इस मोटर मार्ग से सैलानियों का आना जाना लगा रहता है. यह मार्ग चकराता को भी जोड़ता है. इस मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन लगा रहता है.
विभाग की अनदेखी के चलते ये मार्ग खतरनाक बना हुआ है. पिछले दिनों क्षतिग्रस्त मार्ग पर कई वाहन भी लटक गए थे. जिसमें बैठे यात्रियों की जान पर बन आई थी. बावजूद इसके राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा 1 वर्ष बीतने के बाद भी मार्ग पर कार्य नहीं किया जा रहा है. इससे स्थानीय ग्रामीणों में एनएचएआई के अधिकारियों के प्रति काफी रोष है.
वहीं स्थानीय निवासी अनुल गर्ग ने बताया कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग से जहां पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है, वहीं जौनसार बावर के कालसी चकराता को भी मार्ग जोड़ता है. बीते 1 वर्ष से विभाग द्वारा कोई कार्य नहीं किए गए हैं. जबकि पिछले दिनों यहां पर एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बचा था. विभाग शीघ्र कार्य कराए. वहीं स्थानीय निवासी मोहित तोमर का कहना है कि प्रशासन व शासन गहरी नींद में सोये हुए हैं. बीते एक डेढ़ वर्ष से राष्ट्रीय राजमार्ग क्षतिग्रस्त है, लेकिन संबंधित विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है.
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इसी स्थान पर महाकाली का मंदिर भी है. लोग दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में यहां आते हैं. बावजूद इसके इस स्थान पर विभाग द्वारा अभी तक भी कोई कार्य नहीं किया गया. लोगों ने कहा कि विभाग क्षतिग्रस्त मार्ग का कार्य कराए, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके.
अफसर का क्या कहना है: राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोक निर्माण विभाग देहरादून के अधिशासी अभियन्ता जितेन्द्र त्रिपाठी ने बताया की टेंडर खुल चुके हैं. एक महीने की भीतर क्षतिग्रस्त मार्ग पर कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा.