देहरादून: चीला रेंज में सोमवार को हुई सड़क दुर्घटना में चार वन अधिकारियों की मौत हो गयी थी. एक महिला अधिकारी, वन्य जीव प्रतिपालक (SDO) चीला, आलोकी दुर्घटना में लापता हो गयी थी. आलोकी की तलाश में SDRF द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. अब सर्च ऑपरेशन पूरा हो चुका है.
गुरुवार 11 जनवरी 2024 को सुबह तड़के ही SDRF द्वारा सर्च आपरेशन फिर से आरम्भ कर दिया गया था. मणिकांत मिश्रा, कमांडेंट SDRF के आदेशानुसार SDRF के विशेषज्ञ गोताखोरों द्वारा चीला पावर हाउस के निकट सर्चिंग आरम्भ की गई. दूसरी ओर राफ्ट द्वारा एक बार फिर से घटनास्थल से लेकर पावर हाउस तक सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया. सर्चिंग के दौरान SDRF टीम को चीला पावर हाउस के निकट नहर में एक शव बरामद हुआ.
मौके पर मौजूद निरीक्षक कविंद्र सजवाण द्वारा बताया गया कि बरामद शव की शिनाख्त घटना में लापता महिला अधिकारी के रूप में हो गयी है. SDRF द्वारा बरामद शव को अग्रिम कार्रवाई के लिए जिला पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है. SDRF द्वारा सोमवार से ही लापता अधिकारी की तलाश में लगातार युद्ध स्तर पर सर्च आपरेशन चलाया जा रहा था. जहां एक ओर SDRF द्वारा अत्याधुनिक खोजी उपकरण जैसे सोनार एवम अंडरवाटर ड्रोन के माध्यम से गहन सर्चिंग की जा रही थी, वहीं दूसरी ओर SDRF के डीप डाइवर्स द्वारा स्कूबा डाइविंग करते हुए नहर के तल तक गहराइयों में खोजबीन जारी रखी गयी थी.
आज गुरुवार सुबह चीला शक्ति नहर का पानी कम किया गया. जिसके बाद राफ्ट, मोटर बोट, डीप डाइवर्स इत्यादि की सहायता से नहर में सर्च किया गया. इसी सर्च ऑपरेशन के दौरान टीम को सफलता मिली. वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी का शव बरामद हो गया. इसके साथ ही चीला सड़क हादसे में घायल पांच लोगों में से तीन को डिस्चार्ज कर दिया गया है. दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. गंभीर घायलों का उपचार एम्स ऋषिकेश में अनुभवी चिकित्सकों के द्वारा किया जा रहा है. गौरतलब है कि सोमवार 8 जनवरी को चीला के पास इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल का ट्रायल हो रहा था. तभी हादसा हो गया था. चार अफसरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
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