देहरादून/खटीमा: देश के पहले CDS बिपिन रावत की आज जयंती है. पिछले साल 8 दिसंबर को तमिलनाडु में हवाई दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मौत हो गई थी. जनरल बिपिन रावत ने अपने सैन्य काल में देश की रक्षा के लिए कई बड़े निर्णय लिए थे. उन्होंने साल 1978 से 8 दिसंबर 2021 तक लगातार देश की सेवा की थी. जनरल रावत का परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवाएं दे रहा था. देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की जयंती के मौके पर आज प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रक्तदान शिविर और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया.
दून विश्वविद्यालय में जनरल बिपिन रावत की जयंती पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई. गोष्ठी में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और सेना से जुड़े कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे. इस मौके पर देश की सामरिक शक्ति और सामाजिक भूमिका को लेकर वक्ताओं ने अपने पक्ष रखे. साथ ही इस विचार गोष्ठी में सीमांत सुरक्षा में स्थानीय लोगों की भूमिका को लेकर भी चर्चा की गई. इस मौके पर वीरभूमि फाउंडेशन ने रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया. वीरभूमि फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेश रावत ने बताया कि उनके द्वारा आयोजित किए गए ब्लड डोनेशन कैंप में अब तक 192 पंजीकरण और 142 यूनिट और रक्त वॉलिंटियर युवा युवतियों द्वारा एकत्रित किया जा चुके हैं.
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खटीमा में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं व पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ और नव निर्वाचित विधायक भुवन चंद कापड़ी ने जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने स्वर्गीय विपिन रावत के चित्र के सम्मुख पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया.