ऋषिकेष: नगर में तहबाजारी के खिलाफ रेडी-फेरी लगाने वाले लघु व्यापारियों का आंदोलन 24 दिनों से चल रहा है, लेकिन अभी तक नगर निगम की तरफ से किसी भी तरह की बातचीत करने की कोशिश नहीं की गई. वहीं इस आंदोलन में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अपने ही मेयर के खिलाफ तानाशाही का आरोप लगाते नजर आए.
बता दें कि ऋषिकेश में पिछले 24 दिनों से तहबाजारी के खिलाफ रेडी-फेरी लगाने वाले लघु व्यापारियों निगम के बाहर ही आंदोलनरत हैं. वहीं 24 दिन बीत जाने के बाद भी निगम ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिस वजह से आंदोलन जारी है. इस दौरान आंदोलनकारी रामकृपाल गौतम का कहना है कि तहबाजारी निगम एक्ट में नहीं है, इसलिए तहबाजारी के ठेके का विरोध किया जा रहा है. निगम को राष्ट्रीय फेरी नीति लागू करनी चाहिए, ताकि रेडी और फेरी लगाने वाले लघु व्यापारियों का उत्पीड़न न हो और उनको सहूलियत मिल सके. उन्होंने आगे शहर के मेयर को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर तहबाजारी के ठेके को निरस्त नहीं किया जाएगा, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे.
उधर अपनी ही पार्टी के मेयर के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी भी लघु व्यापारियों का समर्थन कर रहें हैं. वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम के निर्देशक आशुतोष शर्मा ने निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक्ट को दरकिनार कर निगम के द्वारा तहबाजारी का टेंडर किया गया जोकि सरासर नियमों का उल्लंघन है. ऐसे में जब तक इस ठेके को निरस्त नहीं किया जाता ये आंदोलन लगातार जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए मुझे अब चाहे किसी भी स्तर तक जाना पड़े मैं जाने को तैयार हूं.