देहरादून: बीजेपी को मजबूत बनाने और भविष्य की राजनीति में आगे चलने के लिए संगठन अब सेकेंड लाइन लीडरशिप को तैयार करने में जुट गया है. इसके तहत बीजेपी युवा चेहरों को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है. उत्तराखंड में बीजेपी की राजनीति पर ईटीवी भारत की ये खास रिपोर्ट...
जैसे कांग्रेस में देश में लंबे समय तक राज किया है उसी तरह बीजेपी भी लंबे समय तक सत्ता पर काबिज रहना चाहती है. वो तभी सभव है जब बीजेपी संगठन में युवाओं तवज्जों दी जाएगी. इसलिए पार्टी में सेकेंड लाइन लीडरशिप में युवा नेताओं की एक बड़ी खेप तैयार कर रही है, ताकि भविष्य में नेताओं का टोटा न पड़ जाये. प्रदेश महामंत्री खजानदास के मुतबिक, बीजेपी ने पिछले चुनावों में इसकी शुरुवात कर दी है. प्रदेश महामंत्री के अनुसार युवाओं को पार्टी से जोड़ने का काम किया जा रहा है.
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राज्य में बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी और बीसी खंडूड़ी व विजय बहुगुणा उम्र के लिहाज से रिटायरमेंट की स्टेज में हैं. जबकि, डॉ. निशंक को केंद्र की राजनीति में पार्टी इस्तेमाल कर रही है. ऐसे में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के अलावा अब बड़े चेहरे के रूप में पार्टी के पास कुछ ज्यादा नहीं है. शायद यही कारण है कि पार्टी सेकेंड लाइन लीडरशिप की बात कर रही है.
यूं तो बीजेपी का दावा है कि वो सिर्फ देश ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है. जिसमें 18 करोड़ सदस्य है और ज्यादातर युवा बीजेपी के साथ जुड़े है. युवा कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर खुशी है कि पार्टी उन्हें संगठन में बड़ी जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है. इसमें बीजेपी के युवा नेता जितेंद्र रावत का मानना है कि पार्टी का ये अच्छा कदम है और इससे युवाओं को बेहतर मौका मिल सकेगा. जिससे युवा जोश से पार्टी संगठन में काम कर सकेंगे.
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एक बात तो साफ है कि युवाओं के वोट के बिना कोई भी केंद्र या राज्य की सत्ता में काबिज नहीं हो सकता है. ये बात 2014 से अब तक हुए चुनाव परिणामों से समझी जा सकती है. इसलिए बीजेपी ने भविष्य की राजनीति और लंबे समय तक सत्ता में रहने के लिए युवाओं को न सिर्फ पार्टी से जोड़ा है, बल्कि संगठन और सरकार में बड़ी जिम्मेदारी देने की कोशिश भी की जा रही है.