देहरादून: मोदी सरकार 2.0 की एक साल की उपलब्धियों और 23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा. 23 जून से शुरू होने वाले वर्चुअल कॉन्फ्रेंस 26 जून तक चलेगा. प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संगठन को जरूरी दिशा-निर्देश दिए.
पार्टी के उपाध्यक्ष और प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन ने बताया कि इस वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, बंशीधर भगत, केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. जितेंद्र सिंह, उत्तराखंड के सांसद, प्रदेश सरकार के मंत्री, प्रदेश महामंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों को संबोधित करेंगे.
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डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का परिचय
6 जुलाई 1901 को कोलकाता में भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म हुआ था. 1977 में भारतीय जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हुआ. जनता पार्टी सत्ता में आई लेकिन आपसी मतभेद इस कदर बढ़ी की 2 साल बाद ही 1979 में सरकार गिर गई और इसके बाद 1980 में जिस पार्टी का जन्म हुआ उसका नाम था, भारतीय जनता पार्टी.
डॉ. मुखर्जी कश्मीर को धारा 370 के तहत विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के भी खिलाफ थे. उन्होंने इसके विरोध स्वरूप 11 मई 1953 को बिना परमिट कश्मीर में प्रवेश करने की कोशिश की जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के दौरान ही 23 जून 1953 को उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी.