देहरादूनः केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत की गुणवत्ता और किन्नर की ओर से नोट उड़ाने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. कांग्रेस ने जहां इस मामले की एसआईटी जांच की मांग की तो वहीं बीजेपी अब बदरी केदार मंदिर समिति के बचाव में मैदान में उतर गई. इतना ही नहीं इस मामले पर कुछ साधु संतों की भी आड़ ली जा रही है. जिससे यह मामला अब सियासी रंग लेने लगा है.
दरअसल, बीते साल केदारनाथ धाम के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित किया गया था, लेकिन तीर्थ पुरोहितों ने इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाए और सोने के पीतल में तब्दील होने का आरोप लगाया. इसी बीच एक महिला का गर्भगृह में नोट उड़ाने का वीडियो वायरल हो गया. जिससे मामला और गरमा गया. इतना ही नहीं मामले में राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के नेताओं की प्रतिक्रिया देखने को मिली.
उत्तराखंड में इस मामले को पहले केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने उठाया तो समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी कूद पड़े. इसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने हिंदू धर्म के प्रसिद्ध धाम केदारनाथ के गर्भगृह में गड़बड़ी होने का संदेह जताया और जांच की मांग कर डाली.
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वहीं, आज कांग्रेस नेता और बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष रहे गणेश गोदियाल ने बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय से कई सवाल पूछ डाले. इतना ही नहीं उन्होंने गर्भगृह में स्वर्ण मंडित किए जाने की प्रक्रिया पर शंका जाहिर करते हुए एसआईटी जांच की मांग की. हालांकि, इस पर बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की तरफ से तो प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन बीजेपी मंदिर समिति के बचाव में आ गई है.
गणेश गोदियाल के सवालों के जवाब में बीजेपी ने उल्टा कांग्रेस पर उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों के बदनाम करने का आरोप लगा दिया कहा कि जो भी इस मामले पर सवाल कर रहा है, वो हिंदू धर्म के आस्था को ठेस पहुंचा रहा है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी का कहना है कि यह कांग्रेस का पूरी तरह से दुष्प्रचार का एक नमूना है.
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बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि साल 2005 में इसी प्रकार से बदरीनाथ के गर्भगृह को भी स्वर्ण मंडित किया गया था. उस समय कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन उस समय किसी ने इस प्रक्रिया पर सवाल नहीं उठाया तो आज क्यों सवाल उठाया जा रहा है? इधर, बीजेपी ने बीकेटीसी बचाव में बयान जारी किया तो उधर, संतों ने भी इस मामले पर अपने बयान जारी कर दिए.
उत्तराखंड बीजेपी ने अपने ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज का बयान जारी कर दिया. इससे यह दिखाने की कोशिश की गई कि साधु संत भी इस मामले पर बीजेपी और बदरी केदार मंदिर समिति के साथ खड़े हैं, वो भी तब जब केवल जांच की मांग की जा रही है.