देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 14 फरवरी को मतदान होना है. कोरोना को लेकर चुनाव आयोग आयोग ने प्रचार-प्रसार को लेकर जो गाइडलाइन जारी है कि उसने राजनीतिक पार्टियों के हाथ बांध कर रखे हैं. पार्टियां और प्रत्याशी बड़े स्तर पर वोटरों के पास नहीं पहुंच पा रहे हैं. वहीं वोटरों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए बीजेपी नए प्लान पर विचार कर रही है. पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने उत्तराखंड के हर बूथ पर 10 बैठकें बुलाने की योजना बनाई है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक इन बैठकों में पार्टी की प्रगति पर चर्चा होगी. पार्टी ने प्रति बूथ 10 बैठक का लक्ष्य रखा है ताकि चुनाव की तारीख तक हर बूथ को तैयार किया जा सके और उस बूथ के मतदाताओं के साथ उचित समन्वय किया जा सके. उत्तराखंड में 10,000 से अधिक बूथ हैं.
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उत्तराखंड में बीजेपी उम्मीदवारों को बूथ अध्यक्ष और 'पन्ना प्रमुख' के साथ तालमेल बनाकर काम करने को कहा गया है. एक 'पन्ना प्रमुख' या मतदाता सूची के एक पृष्ठ का प्रभारी व्यक्ति भाजपा के चुनाव प्रबंधन तंत्र में मतदाताओं के लिए संपर्क का पहला बिंदु है. उम्मीदवारों को राज्य और केंद्र की योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचाने को भी कहा गया है.
बता दें कि बीजेपी अब तक 59 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है, जबकि 11 नामों की घोषणा होनी बाकी है. पार्टी ने COVID-19 प्रतिबंधों के बीच वर्चुअल रैलियां आयोजित करने की तैयारी पहले ही कर ली है. जिसके तहत पार्टी ने हर विधानसभा क्षेत्र में एक आईटी विशेषज्ञ को तैनात करने की योजना बनाई है. भाजपा राज्य में फिर से सत्ता में लौटने पर विचार कर रही है और इसलिए, अधिक से अधिक मतदाताओं तक पहुंचने के अपने प्रयासों में तेजी ला रही है. उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को चुनाव होंगे और नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे.