देहरादूनः द्वाराहाट से बीजेपी विधायक महेश नेगी पर महिला द्वारा लगाए गए दुष्कर्म के आरोप का मामला सुलझता नजर नहीं आ रहा है. आरोप लगाने वाली महिला को आज बाल आयोग की ओर से सोशल मीडिया में वायरल कुछ वीडियो और समाचार पत्रों की प्रतियां उपलब्ध करा दी गई हैं. साथ ही महिला को आगामी 10 नवंबर को आयोग में पेश होकर अपना पक्ष रखने के आदेश भी जारी किए गए हैं.
इससे पहले 27 अक्टूबर को आरोप लगाने वाली महिला को अपने बच्चे का गैर कानूनी तरह से डीएनए टेस्ट कराने को लेकर बाल आयोग में पेश होना था. लेकिन महिला बाल आयोग के दफ्तर तक नहीं पहुंची. महिला की ओर से आयोग को पत्र भेजा गया था कि आयोग उसे समाचार पत्रों की प्रतिया और सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो उपलब्ध कराए. जिसके बाद ही वह आयोग के सभी सवालों का जवाब दे पाएगी.
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दरअसल, विधायक महेश नेगी प्रकरण पर बीते अगस्त माह में बार काउंसिल ऑफ उत्तराखंड के पूर्व सदस्य हरि सिंह नेगी ने बाल आयोग में शिकायत दी थी. जिसमें महिला द्वारा गैरकानूनी तरह से अपने बच्चे का डीएनए टेस्ट करवाने की बात लिखी गई थी. इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए बाल आयोग महिला से इस बात पर सवाल करना चाहती है कि आखिर उसने किसकी अनुमति पर अपने बच्चे का डीएनए टेस्ट कराया है?