देहरादून/मसूरी: भारतीय जनसंघ के संस्थापक और भारतीय जनता पार्टी के आदर्श डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर पूरे उत्तराखंड में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई. देहरादून में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने कहा कि कश्मीर से धारा 370 और 35A हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धाजंलि दी है. उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने राष्ट्रीय एकता का नारा देते हुए अपना बलिदान दिया था और डॉ. मुखर्जी के सपनों को बीजेपी की सरकार ने पूरा किया है.
वहीं, प्रदेश उपाध्यक्ष और राजपुर रोड विधायक खजान दास ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक सच्चे राष्ट्रभक्त होने के साथ-साथ मानवता के सच्चे उपासक भी थे. उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने राष्ट्रीय एकता को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखकर अपने जीवन को राष्ट्र सेवा के लिए अर्पित किया था.
ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के बढ़े 'कदम', युवाओं की क्षमता परखने में जुटे अधिकारी
वहीं, मसूरी में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जंयती मनायी. मसूरी विधायक गणेश जोशी सहित कार्यकर्ताओं ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर बीजेपी नेताओं ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने 'दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं' का नारा देते हुए अपना बलिदान दिया था और प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. मुखर्जी के सपनों को पूरा कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है.
भाजपा नेता कैलाश पंत ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी मानवता के उपासक और राष्ट्रवादी नेता थे. डॉ मुखर्जी ने धारा 370 और 35A का पुरजोर विरोध किया था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि 'एक देश एक विधान और एक प्रधान होना चाहिए'. ऐसे में बीजेपी ने धारा 370 और 35A हटाकार डॉ. मुखर्जी के सपने को पूरा किया.