देहरादून: नैनीताल हाईकोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को राहत जरूर मिल गई है लेकिन कांग्रेस लगातार सरकार और सीएम पर हमलावर है. पूर्व सीएम हरीश रावत ने भ्रष्टाचार का हवाला देकर सीएम का इस्तीफा मांगा है. इस पूरे मामले पर बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि हरीश रावत की यह पुरानी आदत है कि वह कहते कुछ हैं और इशारा कहीं और होता है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर सीबीआई जांच को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस और बीजेपी लगातार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है. इसी कड़ी में आज जहां एक तरफ हरीश रावत ने बीजेपी सरकार पर तमाम सवाल उठाये तो वहीं त्रिवेंद्र सरकार की तरफ से भी बिना देरी के बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने हरीश रावत द्वारा उठाए गए तमाम सवालों पर पलटवार किया.
पूर्व सीएम हरीश रावत पर निशाना साधते हुये चौहान ने कहा कि त्रिवेंद्र रावत पहले दिन से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं. उन्होंने करप्शन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का रवैया रहा है. उन्होंने सीएम बनते ही सत्ता के गलियारे में पॉवर ब्रोकर्स का सफाया किया है. उसी का नतीजा है कि तमाम लोगों ने हताशा में उनके खिलाफ साजिश रची.
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स्कॉलरशिप घोटाले पर भी बोले चौहान
सरकार ने कई घोटालों में सैकड़ों लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर जीरो टॉलरेंस का परिचय दिया गया है. सैकड़ों-करोड़ों रुपये के स्कॉलरशिप घोटाले पर कोई एक्शन लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाया. त्रिवेंद्र रावत सरकार ने बिना किसी डर के 5 पीसीएस ऑफिसर्स, 106 सरकारी अधिकारी-कर्मचारी और 79 लोगों को इसमें जेल भेजने का काम किया है. 33 लोगों को रंगे हाथों पकड़कर जेल भेजा गया. भ्रष्टाचार के खिलाफ ये मुख्यमंत्री के काम का उदाहरण है. इसके साथ ही सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री ने NH74 घोटाले का पर्दाफाश किया और बड़े अधिकारियों तक को जेल भिजवाया.
साजिश रचने वाले के साथ रची साजिश
सीएम त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ याचिका दायर करने वाले वही व्यक्ति था जिसने पूर्व सीएम हरीश रावत का स्टिंग भी किया था. लेकिन अब हरीश रावत उसी शख्स का महिमामंडन कर रहे हैं. इस बात से साजिश का पर्दाफाश हो गया है. ऐसा लगता है कि पर्दे से पीछे से कांग्रेस ने उस शख्स का सहारा लेकर स्टिंग के एवज में सीएम की छवि धूमिल करने की कोशिश की.
वहीं, हरीश रावत द्वारा पिथौरागढ़ आपदा को लेकर उठाए गए तमाम सवालों का जवाब भी भाजपा प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने दिया है. उन्होंने कहा कि हरीश रावत की सरकार में जहां पर आपदा पीड़ितों को जो मुआवजा दिया गया है उस से 3 गुना से भी ज्यादा मुआवजा त्रिवेंद्र रावत की सरकार में आपदा पीड़ितों को दिया गया है. हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहते आपदा राहत से एक लाख मिलते थे लेकिन वर्तमान समय मे सीएम त्रिवेंद्र रावत ने 3 लाख प्रति व्यक्ति परिवार कर दिया है. आपदा पीड़ित कैंप में रह रहे परिवारों में केवल 7 से 10 परिवार रह रहे हैं.
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गौर हो कि इससे पहले हरीश रावत ने हाईकोर्ट के जजमेंट को लेकर अपने सोशल मीडिया पर लिखा था कि कोर्ट ने बहुत महत्वपूर्ण और स्पष्ट आदेश सीबीआई जांच का दिया है और अगर इसके बावजूद त्रिवेंद्र सरकार बनी रहती है तो यह राजनीतिक बेहयाई होगी. उन्होंने प्रदेश की सरकारों पर हुए स्टिंग को लेकर भी अपनी बात रखी थी. उन्होंने कहा था कि इससे पहले निशंक सरकार को स्टिंग का दंश झेलना पड़ा था, फिर उनकी सरकार को ऐसी राजनीतिक अस्थिरता झेलनी पड़ी कि राज्य के विकास और प्रशासनिक स्थिरता पर गहरी चोट पड़ गई और अब त्रिवेंद्र सरकार है.
उन्होंने स्टिंग मामले में बीजेपी पर आरोप लगाते हुये कहा कि बीजेपी चाहे कितना ही कांग्रेस पर दोष मढ़ने की कोशिश करे, मगर इस स्टिंग के राक्षसों को उत्तराखंड में खड़ा करने के लिये जो लोग भी दोषी हैं, वो सब बीजेपी में विद्यमान हैं और समय-समय पर पार्टी नेताओं ने अपनी राजनीति के लिये इसका उपयोग भी किया है और आज उनके मुख्यमंत्री इस स्टिंग की चपेट में हैं.