देहरादूनः कोरोनाकाल में नगर निगम के कई कार्य अधर में लटक गए थे, लेकिन अब अनलॉक प्रक्रिया में निगम के विकास कार्यों में तेजी आने लगी है. इसी कड़ी बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की कवायद तेज हो गई है. इसके लिए शासन को डीपीआर भी भेज दी गयी है. ऐसे में प्लांट लगने के बाद सरकारी और निजी अस्पतालों से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट (चिकित्सीय कचरा) का शहर में ही निस्तारण हो सकेगा.
बता दें कि देहरादून जिले में 97 बड़े अस्पतालों का चिकित्सीय कचरा सड़क पर ही डंप किया जा रहा है. इनमें 45 अस्पताल तो शहरी क्षेत्र में है. जबकि, बाकी छोटे-बड़े से दर्जनों नर्सिंग होम क्लीनिंग भी हैं, जो अपने कचरे को नगर निगम के कूड़ेदान में ही डंप कर रहे हैं. वर्तमान में शहर के कुछ अस्पतालों का बायो मेडिकल वेस्ट रुड़की स्थित प्लांट में जाता है.
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बीते 10 जनवरी को नगर निगम की बोर्ड बैठक में बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का प्रस्ताव मंजूर किया गया था. यह प्लांट पीपीपी मोड में बनाया जाना था, लेकिन कोरोना संकट के चलते प्लांट लगाने को लेकर डीपीआर तैयार नहीं हो पाई थी, लेकिन अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद शहर में प्लांट लगने जा रहा है.
नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि नगर निगम बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए देहरादून में प्लांट लगाने जा रहा है. इसकी डीपीआर शासन को भेज दी गई है. साथ ही प्लांट बनने तक जो अस्पताल और नर्सिंग होम कूड़े को नगर निगम की गाड़ी में डालकर बाहर नहीं फेंकेगा. ऐसा करने पर उन्हें चिह्नित कर लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.