देहरादून: नागरिक संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए देर शाम भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद परेड ग्राउंड स्थित मुस्लिम संगठनों के धरने पर पहुंचे और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ देशभर में 5 हजार प्रदर्शन स्थल बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया था, जबकि सीएए के खिलाफ ढाई हजार से ज्यादा प्रदर्शन इस समय पूरे देश में चल रहे हैं.
बता दें, बीते कई दिनों से विभिन्न मुस्लिम संगठन के लोग परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर सीएए के खिलाफ आंदोलनरत हैं. आज देर शाम भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर धरना स्थल पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अभी तो सड़कों पर महिलाएं ही उतरी हैं, नौजवान अभी सड़कों पर नहीं उतरे हैं. ऐसे में सरकार इन्हीं से डरने लगी है. उन्होंने कहा कि जिस दिन सब मिलकर सड़कों पर उतरेंगे, तब क्या होगा ?
उन्होंने कहा कि सरकार झूठ बोल रही है कि नेशनल पापुलेशन रजिस्टर बनाया जा रहा है और इसका एनआरसी से कोई लेना-देना नहीं है. आजाद ने कहा कि वे पूरी जिम्मेदारी से एक वकील की हैसियत से बोल रहे हैं कि इस प्रक्रिया से सिर्फ मुसलमानों को ही नहीं बल्कि पूरे मुल्क में रहने वाले सभी लोगों को नुकसान होगा.
धरना स्थल पर पहुंचे चंद्रशेखर ने कहा कि वो कानून बनने चाहिए जो जनता चाहती है, लेकिन जनता सीएए, एनपीआर और एनआरसी नहीं चाहती है. ये जनता वोट और आंदोलन के माध्यम से कहने को तैयार है. सरकार ने यह तय कर लिया है. वो जनता को सड़कों पर देखना चाहती है. इस दौरान उन्होंने मंच से सीएए का विरोध कर रहे लोगों से आगामी 23 फरवरी को होने जा रहे भारत बंद में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया.