देहरादून: कोरोना से लड़ाई में लगे वॉरियर्स का लोग कई तरह से आभार जता रहे हैं. ऐसे में कई जगह पुलिस, स्वास्थ्य व सफाई कर्मी सहित पत्रकारों पर फूल बरसाया जाता है. साथ ही उन्हें फूल मालाओं से भी सम्मानित भी किया जाता है. लेकिन अब पुलिस ने फूल, फूल मालाओं व अन्य किसी भी चीज से कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित करने पर रोक लगा दी है. पुलिस ने कोरोना वॉरियर्स को फूल मालाएं पहनाना, उनपर फूल बरसाना या फिर अन्य किसी भी चीज से कोरोना वॉरियर्स का सम्मान करने को वाले मामले को संक्रमण संदिग्ध गतिविधि के अंदर रखा है.
मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जनता से अपील करते हुए कहा कि पुलिस, स्वास्थ्य व सफाई कर्मी जैसे अन्य वॉरियर्स को इस संकट की घड़ी में सम्मान देकर मनोबल बढ़ाना बहुत अच्छी बात है, लेकिन जिस तरह से लोग मौके पर जाकर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने के साथ ही फूल मालाओं व अन्य सामग्री देकर कार्य कर रहे हैं, उससे कहीं ना कहीं संक्रमण के फैलने का खतरा बरकरार है.
उन्होंने कहा कि संक्रमण फैलने की आशंका कहीं से भी किसी रूप में सामने आ सकती है. ऐसे में इस तरह गतिविधियों के बजाय लोग सोशल-मीडिया, खबरों व अन्य संदेश भरे माध्यमों से कोरोना वॉरियर्स को सम्मान देकर उनका मनोबल बढ़ा सकते हैं.
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बता दें कि सोमवार को ईटीवी भारत ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में घंटाघर में ऐसा ही नजारा देखा, जहां कुछ लोग पुलिस, केंद्रीय सुरक्षा सहित पत्रकारों जैसे कोरोना वॉरियर्स पर फूल मालाओं से सम्मान कर गमछा पहना रहे थे. इस मामले में जब सम्मान करने वाले लोगों से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि वे सभी सामान सैनिटाइज कर के लाए हैं.
हालांकि उनकी यह बात कितनी सही इसका कोई प्रमाण सामने नजर नहीं आया. ऐसे में हम तो यही कहेंगे कि जिस तरह से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा चारों और से लगातार बढ़ता जा रहा है उसको देखते हुए सरकार व पुलिस प्रशासन की हर गाइडलाइन को मानने में ही सबकी भलाई है.