देहरादून: इसे राजनीतिक महत्वाकांक्षा कहें या फिर मुद्दों की समझ जो एक ही विषय पर दो विधायक अलग-अलग राय रखते हैं. चारधाम श्राइन बोर्ड में जहां बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट को इसमें तमाम खूबियां नजर आ रही हैं तो वहीं दूसरे तरफ केदारनाथ से कांग्रेस विधायक मनोज रावत को श्राइन बोर्ड की खामियां गिना रहे हैं.
इन दिनों सड़क से लेकर सदन तक चारधाम श्राइन बोर्ड का मुद्दा गरमाया हुआ है. सड़क पर चारों धाम के तीर्थ पुरोहित सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं सदन में कांग्रेस चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक का पुरजोर विरोध कर रही है. वहीं बदरीनाथ और केदारनाथ से आने वाले कांग्रेस-बीजेपी के विधायक भी श्राइन बोर्ड पर एक-दूसरे के सामने खड़े हुए नजर आ रहे हैं.
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सोमवार को शीतकालीन सत्र का चौथा दिन श्राइन बोर्ड के मुद्दे पर हंगामे की भेंट चढ़ गया. इस मुद्दे पर बदरीनाथ और केदारनाथ विधायक एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे. केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने श्राइन बोर्ड को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए तो वहीं बीजेपी विधायक महेंद्र भट्ट ने मनोज रावत को इस मामले पर राजनीति नहीं बल्कि विचार विमर्श करने की सलाह दी.