देहरादून: लंबे इंतजार के बाद शुरू हुई उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2021 जल्द ही समाप्त होने वाली है. इसको लेकर कल विजयादशमी पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि तय होगी. केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट परंपरागत रूप से भैयादूज 6 नवंबर को शीतकाल में बंद हो जायेंगे. केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की औपचारिक घोषणा कल विजयदशमी पर होगी.
आज विजयदशमी के मौके पर केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली के ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ आने का कार्यक्रम भी घोषित किया जायेगा. गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए परंपरागत रूप से गोवर्धन पूजा/अन्नकूट पर्व के दिन इस साल 5 नवंबर को बंद हो जायेंगे. बदरीनाथ धाम, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी और आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी के शीतकालीन प्रवासों पर आने का कार्यक्रम भी घोषित होगा.
द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि कल विजयदशमी को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में तय की जायेगी. विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि कल शुक्रवार विजयदशमी के दिन विधि-विधान पंचाग गणना के पश्चात तय की जायेगी.
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उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि शीतकाल के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि प्रत्येक यात्रा वर्ष विजयदशमी के दिन तय की जाती है. कल विजयदशमी पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि की घोषणा के अलावा पंच पूजाओं का कार्यक्रम, श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी के पांडुकेश्वर आगमन और श्री आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी के श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ आने का कार्यक्रम भी घोषित होगा. साथ ही आगामी यात्राकाल 2022 के लिए हक-हकूकधारियों को पगड़ी भेंट की जायेगी.
इस अवसर पर रावल ईश्वरीप्रसाद नंबूदरी, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, सुनील तिवारी, राजेंद्र चौहान, गिरीश चौहान, कृपाल सनवाल सहित वेदपाठी एवं आचार्य गण, हकहकूकधारी, तीर्थयात्रीगण, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहेंगे.
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बता दें कि परंपरागत रूप से केदारनाथ धाम एवं यमुनोत्री मंदिर के कपाट भैया दूज को बंद हो जाते हैं. केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के अवसर इस साल 6 नवंबर को बंद हो जायेंगे. जबकि गंगोत्री मंदिर के कपाट गोवर्धन पूजा /अन्नकूट पर्व के अवसर पर प्रत्येक साल शीतकाल के लिए बंद होते है. इस वर्ष गंगोत्री धाम के कपाट 5 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे.
इसी तरह द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि, डोली यात्रा कार्यक्रम और मद्महेश्वर मेला की तिथि भी विजयदशमी के अवसर पर ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में तय होगी. शीतकाल के लिए चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट बंद होने की तिथि गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर में तय की जाती है.