मसूरी: राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय) के उपाध्यक्ष बबन सिंह रावत 30 जून से 4 जुलाई तक देहरादून और हरिद्वार के दौरे पर थे. इसी कड़ी में वो रविवार को मसूरी में थे. जहां वालमीकि समाज के लोगों के साथ ही स्वच्छता कर्मचारियों और अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया.
इस मौके पर बबन सिंह रावत ने अधिकारियों को स्वच्छता कर्मचारियों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए. उन्होंने मसूरी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आशुतोष अति को स्वच्छता कर्मचारियों के आवासों को आधुनिक रूप से बनाए जाने के साथ नए आवास के निर्माण को लेकर उत्तराखंड शहरी विकास मंत्रालय को प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिये हैं.
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राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष बबन सिंह रावत का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार लगातार स्वच्छता कर्मचारियों के हितों के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता कर्मचारियों ने कोरोना काल में अपने परिवार और अपनी जान की परवाह न करते हुए फ्रंट लाइन में काम कर लोगों की जान बचाने का काम किया है. वहीं, शहर और अपने आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ रखा. उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान मसूरी नगर पालिका कर्मचारी महासंघ, मसूरी वाल्मीकि उत्थान सभा और देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी महासंघ के द्वारा दिए गए ज्ञापन का संज्ञान लेते हुए इस पर रिपोर्ट तैयार करके जल्द केंद्र सरकार को भेजेंगे. जिससे कि देशभर में से स्वच्छता कर्मचारियों को लेकर चलाए जा रहे ठेका प्रथा को खत्म किया जा सके.
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बबन सिंह ने कहा कि उनके द्वारा लगातार विभिन्न राज्यों में भ्रमण कर स्वच्छता कर्मचारियों की समस्याओं को सुना जा रहा है और उसका तत्काल निवारण भी किया जा रहा है. लेकिन कई मामले राज्य सरकार और केंद्र सरकार के माध्यम से होनी है जिसे लेकर वह सरकारों को पत्र लिखकर समस्याओं का निराकरण करने का आग्रह करेंगे. उन्होंने स्वच्छता कर्मचारियों से कहा कि अगर उनको कोई भी समस्या है तो वह आयोग को पत्र लिखें जिससे कि उसका निराकरण हो सके.
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बबन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके द्वारा स्वच्छता कर्मचारियों के पैर धोए. उन्होंने स्वच्छता कर्मचारियों का पैर धोकर यह संदेश देने का काम किया कि जिस तरह भारतीय सेना देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रही है, वैसे ही स्वच्छता कर्मचारी देश के भीतर रहकर लोगों की जान बचाने का काम कर रही है. ऐसे में स्वच्छता कर्मचारी सैनिक हैं जो दिन रात मेहनत कर देश के लोगों की सेवा कर रहे हैं.