देहरादून: उत्तराखंड की प्रसिद्ध बाबा विश्वनाथ जगदीशीला की डोली इस बार 3 मई से प्रदेश के सभी धामों की यात्रा पर निकलेगी. वहीं, इस यात्रा का समापन 30 मई को होगा. पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा देवभूमि को तीर्थाटन प्रदेश के रूप में जाना जाता है. क्योंकि यहां पर चारधाम के अलावा लगभग हजार सिद्ध पीठ हैं. लेकिन इन धामों के प्रचार-प्रसार की कमी के चलते चारधाम में आने वाले यात्रियों को उनके विषय में जानकारी भी नहीं होती है.
उन्होंने कहा इस यात्रा का उद्देश्य इन सभी सिद्ध पीठों को यात्रियों से अवगत कराना है. हमने इन सभी स्थानों की एक सूची पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को भी दिए और उनसे आग्रह किया है कि उत्तराखंड की पर्यटक पुस्तिका में इन सिद्ध पीठों का जिक्र किया जाए, जिससे प्रदेश वासियों के साथ-साथ यहां आने वाले पर्यटक और श्रद्धालुओं को भी इन सिद्ध पीठों के विषय में जानकारी मिलेगी. इससे सालों भर उत्तराखंड में यात्री आएंगे और तीर्थाटन पर निर्भर लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.
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बता दें कि इस बार विश्वनाथ जगदीशिला रथयात्रा अपने 24 वर्ष में प्रवेश कर गई है. इस बार 2 मई से इसका शुभारंभ होगा. इस बार यात्रा कुमाऊं मंडल से गढ़वाल मंडल में आएगी. 3 मई को यह यात्रा हर की पैड़ी से शुरू होगी. 29 दिवसीय यात्रा का समापन 30 मई को गंगा दशहरे के दिन होगा. इस वर्ष डोली यात्रा विश्व प्रसिद्ध चार धामों में जाएगी. 17 मई को मां यमुनोत्री धाम, 18 मई को मां गंगोत्री, 22 मई को केदारनाथ धाम और 24 मई को बदरीनाथ धाम पहुंचेगी. इस दौरान विश्व शांति की कामना की जाएगी.