देहरादून: बाबा रामदेव और एलोपैथी के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. एलोपैथी और आयुर्वेद को लेकर लगातार बयानबाजी जारी है. इसी क्रम में बाबा रामदेव ने एलोपैथिक को लेकर योग शिविर के दौरान जमकर हमला बोला है. बाबा रामदेव का कहना है कि दुनिया भर की सरकारें ड्रग माफिया के हाथों में है. यही वजह है कि कोरोना काल में दवाइयों की कीमतें दोगुनी नहीं बल्कि कई गुना बढ़ा दी गई हैं.
सन्यासी कभी हिंसा नहीं करते, लेकिन हल्का सा डराने से वो लोग कांपने लगते है- रामदेव
बातों ही बातों में बाबा रामदेव ने कहा कि वह एक संन्यासी हैं और संन्यासी कभी हिंसा नहीं करते हैं. और ना ही किसी पर मिसाइल या बम फोड़ते हैं, लेकिन हल्का सा डराने भर से वो लोग कांपने लगते हैं. आयुर्वेद और एलोपैथी के के बीच लगातार बढ़ रहे को देखते हुए बाबा रामदेव ने 'ड्रग माफिया के भ्रमजाल बनाम योग, आयुर्वेद एवं नेचुरोपैथी से रोगों के स्थायी समाधान' मुहिम भी चला दी है. योग शिविर के दौरान बाबा रामदेव ने साधकों से कहा कि योग करो और बीमारियों को भगाओ. साथ ही उन्होंने कहा कि दुनियाभर की सरकारें आवश्यक वस्तु अधिनियम लागू कर वस्तुओं की कीमतों पर नियंत्रण करती हैं. बावजूद इसके एक रुपए की दवा हजारों रुपए में क्यों बेची जा रही है.
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मेडिकल माफिया में हिम्मत है तो आमिर के खिलाफ खोलो मोर्चा- रामदेव
यही नहीं, बाबा रामदेव ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अभिनेता आमिर खान के कार्यक्रम का वीडियो जारी कर आईएमए पर निशाना साधा है. बाबा रामदेव ने कहा कि मेडिकल माफियाओं में हिम्मत है तो आमिर खान के खिलाफ मोर्चा खोलें. क्योंकि आमिर खान ने एक कार्यक्रम के दौरान जरूरी दवाओं की कीमत के निर्धारण को लेकर विशेषज्ञ से बातचीत कर रहे थे, उस दौरान इस बात पर जिक्र किया गया कि तमाम लाइफ सेविंग ड्रग्स के दाम उसकी वास्तविक कीमत से 10 से 50 गुना ज्यादा लिए जाते हैं. यही वजह है कि देश के करीब 40 करोड़ से अधिक आबादी इन दवाओं को नहीं खरीद पाती है और दवा के अभाव में उनकी मौत हो जाती है.
50 करोड़ से अधिक कोरोना संक्रमितों को हमने बचाया - रामदेव
योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है कि देश की आधी आबादी को उन्होंने ठीक किया है. उन्होंने इस बाबत तर्क दिया कि देश के 50 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हैं. इनमें से ज्यादातर लोगों ने अस्पताल का मुंह तक नहीं देखा, क्योंकि इनमें से ज्यादातर की जान कोरोनिल किट ने बचाई है. यही नहीं, यह सभी लोग योग आयुर्वेद तथा प्राकृतिक चिकित्सा के दम पर बिना किसी एलोपैथिक इलाज के ही ठीक हो गए हैं. साथ ही बाबा रामदेव ने चुनौती दी कि देश के सभी लोगों की जांच करा ली जाए तो 50 करोड़ से अधिक लोगों के शरीर में एंटीबॉडी मिलेगी. क्योंकि देश का हर दूसरा नागरिक कोरोना संक्रमित है.
पतंजलि के योगदान को भूला स्वास्थ्य मंत्रालय - आचार्य बालकृष्ण
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने बड़ा बयान दिया है आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हाल ही में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए विकसित हुई दवा डीजी-2 की जानकारी उन्होंने ही स्वास्थ्य मंत्रालय को दी थी, लेकिन सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि दवा जारी करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने पतंजलि के योगदान का जिक्र ही नहीं किया. बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि की कोरोनिल किट का प्रयोग देश के कई बड़े अस्पताल भी कर रहे हैं लेकिन कोई भी आयुर्वेद को सम्मान देना नहीं चाहता है. एलोपैथिक इलाज से सिर्फ बीमारियों को कुछ समय के लिए ठीक किया जा सकता है, लेकिन आयुर्वेद रोगों को जड़ से मिटा देने वाली विद्या है.