देहरादूनः बीते कई दिनों से फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ आयुष छात्र आंदोलित थे. ऐसे में राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग को पूरा करते हुए शासनादेश जारी कर दिया था. इस शासनादेश ने छात्रों को तसल्ली तो दी, लेकिन आयुर्वेदिक कॉलेज प्रबंधन ने छात्रों को कॉलेज में घुसने से मना कर दिया. ऐसे में नाराज आयुष छात्रों ने एक बार फिर से परेड ग्राउंड में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
वहीं, आयुष छात्र-छात्राओं का कहना है कि कॉलेज प्रशासन अब अपनी मनमानी पर उतर आया है. ऐसे में लगातार कॉलेज प्रबंधन छात्रों को प्रताड़ित कर रहा है जबकि सरकार ने उनके पास शासनादेश की प्रतिलिपि को कल शाम ही भेज दी थी. बावजूद इसके कॉलेज प्रबंधन द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है.
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वहीं, छात्रों ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का धन्यवाद करते कहा कि उन्होंने छात्रों के पक्ष में फैसला लिया है, जो स्वागत योग्य है. वहीं, बीते एक सालों में तीन शासनादेश जारी हुए थे. जिनका अनुपालन आयुर्वेदिक कॉलेजों ने नहीं किया. सीएम द्वारा लिए गए निर्णय के बाद छात्रों ने क्लासेज अटेंड करने का निर्णय लिया, लेकिन जब छात्र कॉलेज गए तो अधिकतर कॉलेजों से आयुष छात्रों के प्रति निगेटिव फीडबैक देखने को मिली. ऐसे में छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज शासनादेश को मानने से इनकार कर रहा है. जिस वजह से उन्हें मजबूरन दोबारा धरने पर बैठना पड़ा.