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कॉलेज में ना घुसने देने पर आयुष छात्रों ने प्रबंधन के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन - सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

आयुर्वेदिक कॉलेजों ने छात्रों को कॉलेजों में घुसने से ही मना कर दिया है. ऐसे में नाराज आयुष छात्रों ने एक बार फिर से परेड ग्राउंड में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.

आयुष छात्रों ने प्रबंधन के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन
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Published : Nov 23, 2019, 10:29 PM IST

देहरादूनः बीते कई दिनों से फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ आयुष छात्र आंदोलित थे. ऐसे में राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग को पूरा करते हुए शासनादेश जारी कर दिया था. इस शासनादेश ने छात्रों को तसल्ली तो दी, लेकिन आयुर्वेदिक कॉलेज प्रबंधन ने छात्रों को कॉलेज में घुसने से मना कर दिया. ऐसे में नाराज आयुष छात्रों ने एक बार फिर से परेड ग्राउंड में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.

आयुष छात्रों ने प्रबंधन के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन

वहीं, आयुष छात्र-छात्राओं का कहना है कि कॉलेज प्रशासन अब अपनी मनमानी पर उतर आया है. ऐसे में लगातार कॉलेज प्रबंधन छात्रों को प्रताड़ित कर रहा है जबकि सरकार ने उनके पास शासनादेश की प्रतिलिपि को कल शाम ही भेज दी थी. बावजूद इसके कॉलेज प्रबंधन द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है.

ये भी पढ़ेंःसीएचसी जसपुर में नहीं थमा रहा विवाद, डॉक्टर को हटाने की मांग पर अड़े कर्मचारी

वहीं, छात्रों ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का धन्यवाद करते कहा कि उन्होंने छात्रों के पक्ष में फैसला लिया है, जो स्वागत योग्य है. वहीं, बीते एक सालों में तीन शासनादेश जारी हुए थे. जिनका अनुपालन आयुर्वेदिक कॉलेजों ने नहीं किया. सीएम द्वारा लिए गए निर्णय के बाद छात्रों ने क्लासेज अटेंड करने का निर्णय लिया, लेकिन जब छात्र कॉलेज गए तो अधिकतर कॉलेजों से आयुष छात्रों के प्रति निगेटिव फीडबैक देखने को मिली. ऐसे में छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज शासनादेश को मानने से इनकार कर रहा है. जिस वजह से उन्हें मजबूरन दोबारा धरने पर बैठना पड़ा.

देहरादूनः बीते कई दिनों से फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ आयुष छात्र आंदोलित थे. ऐसे में राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग को पूरा करते हुए शासनादेश जारी कर दिया था. इस शासनादेश ने छात्रों को तसल्ली तो दी, लेकिन आयुर्वेदिक कॉलेज प्रबंधन ने छात्रों को कॉलेज में घुसने से मना कर दिया. ऐसे में नाराज आयुष छात्रों ने एक बार फिर से परेड ग्राउंड में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.

आयुष छात्रों ने प्रबंधन के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन

वहीं, आयुष छात्र-छात्राओं का कहना है कि कॉलेज प्रशासन अब अपनी मनमानी पर उतर आया है. ऐसे में लगातार कॉलेज प्रबंधन छात्रों को प्रताड़ित कर रहा है जबकि सरकार ने उनके पास शासनादेश की प्रतिलिपि को कल शाम ही भेज दी थी. बावजूद इसके कॉलेज प्रबंधन द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है.

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वहीं, छात्रों ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का धन्यवाद करते कहा कि उन्होंने छात्रों के पक्ष में फैसला लिया है, जो स्वागत योग्य है. वहीं, बीते एक सालों में तीन शासनादेश जारी हुए थे. जिनका अनुपालन आयुर्वेदिक कॉलेजों ने नहीं किया. सीएम द्वारा लिए गए निर्णय के बाद छात्रों ने क्लासेज अटेंड करने का निर्णय लिया, लेकिन जब छात्र कॉलेज गए तो अधिकतर कॉलेजों से आयुष छात्रों के प्रति निगेटिव फीडबैक देखने को मिली. ऐसे में छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज शासनादेश को मानने से इनकार कर रहा है. जिस वजह से उन्हें मजबूरन दोबारा धरने पर बैठना पड़ा.

Intro:बीते कई दिनों से आयुष छात्रों की मांग को पूरा करते हुए शासनादेश जारी करके उन्हें तसल्ली तो दे दी थी लेकिन दूसरी ओर आयुर्वेदिक कॉलेजों ने उन्हें कॉलेजों में घुसने से ही मना कर दिया जिसके चलते आज पूरे दिन भर कॉलेज प्रबंधन और आयुष छात्रों के बीच हंगामे का माहौल बनता रहा कॉलेज प्रशासन ने साफ तौर पर सरकार के आदेश को धत्ता बताते हुए छात्रों को कॉलेज परिसर से ही बाहर कर दिया ऐसे में नाराज आयुष छात्रों ने एक बार फिर से परेड ग्राउंड में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।Body:वहीं आईज छात्र-छात्राओं का कहना है कि कॉलेज प्रशासन अब अपनी मनमानी पर उतर आए हैं और वो छात्रों को प्रताड़ित कर रहे हैं जबकि सरकार ने उनके पास शासनादेश की प्रतिलिपि को कल शाम ही भेज दिया था। छात्रों का कहना है कि कॉलेज प्रबंधन द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। छात्रों ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का धन्यवाद करते कहा कि उन्होंने छात्रों के पक्ष में लिया है वो स्वागत योग्य है इसके लिए सभी छात्र सीएम त्रिवेंद्र रावत का धन्यवाद करते हैं ।लेकिन बीते 1 सालों में तीन शासनादेश जारी हुए थे, जिनका अनुपालन आयुर्वेदिक कॉलेजों ने नहीं किया। सीएम द्वारा लिए गए निर्णय के बाद छात्रों ने क्लासेज अटेंड करने का निर्णय लिया, लेकिन जब छात्र कॉलेज गए तो अधिकतर कॉलेजों से आयूष छात्रों के प्रति नेगेटिव फीडबैक देखने को मिली। छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज शासनादेश को मानने से इंकार कर रहा है, जिस वजह से उन्हें मजबूरन दोबारा धरने पर बैठना पड़ रहा है

बाइट- आयुष छात्रConclusion:दरअसल सरकार ने फीस बढ़ोतरी मामले में हाईकोर्ट के आदेशों का अनुपालन करने के लिए सरकार ने निजी आयुर्वेदिक कॉलेजों को एक माह का समय दिया है। जिसके बाद आंदोलनरत छात्रों ने कॉलेज जाने का निर्णय लिया अब आयुष छात्र आरोप लगा रहे हैं, और उनका उत्पीड़न कर रहे हैं कि उन्हें कॉलेजेस कक्षाओं में बैठने नहीं देना चाह रहे मजबूरन उन्हें धरना स्थल पर आकर बैठना पड़ रहा है
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