देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. जिसको देखते हुए उत्तराखंड में आयुष विभाग की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है. राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेशभर में आयुष विभाग 300 अस्पतालों को तैयार करने जा रहा है. यह 300 अस्पताल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों तक लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं दे सकेंगे.
कोरोना संक्रमण के दौरान अस्पतालों में बेड की कमी मरीजों के लिए परेशानी बनती रही है. इसी को देखते हुए आयुष विभाग ने एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लिया है. इसके तहत प्रदेश में संचालित होने वाले 300 आयुर्वेदिक चिकित्सालय को कोविड अस्पताल के रूप में तब्दील किया जाएगा. बता दें कि, यह अस्पताल अब तक आयुर्वेदिक चिकित्सा परामर्श के तहत केवल 8 घंटे ही संचालित किए जाते हैं. लेकिन आयुष मंत्री हरक सिंह रावत के निर्देशों के बाद अब यह अस्पताल 24 घंटे मरीजों के लिए खुले रहेंगे.
बता दें कि, प्रदेश में 550 आयुर्वेदिक चिकित्सालय हैं. जिसमें से करीब 350 आयुर्वेदिक चिकित्सालय राजकीय भवनों में संचालित होते हैं. इनमें से तीन सौ चिकित्सालयों में अब 10 बेड की व्यवस्था की जाएगी. जिसमें से 5 बेड ऑक्सीजन सपोर्ट होंगे. अस्पतालों में फिलहाल एक चिकित्सक एक फार्मेसिस्ट और एक वार्ड बॉय के पद सृजित हैं, लेकिन नई व्यवस्था के तहत अब इनमें दो चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी. दरअसल, आयुष मंत्री हरक सिंह रावत ने सहस्त्रधारा में आयुर्वेदिक हॉस्पिटल की शुरूआत की है. जिसमें 4 बेड की व्यवस्था मरीजों के लिए की गई है. इसी शुरूआत के साथ आयुष मंत्री ने प्रदेश भर में 300 अस्पतालों को कोविड मरीजों के इलाज के लिए संचालित करने का प्रस्ताव सचिव आयुष को तैयार करने के लिए कहा है.
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आयुष मंत्री हरक सिंह रावत ने अधिकारियों को अस्पताल के लिए बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के लिए कहा है. दूसरी तरफ यहां पर चिकित्सकों के पद सृजित करने के निर्देश भी दिए गए हैं.