देहरादून: देश-दुनिया में लगातार बढ़ रहे लगातार साइबर अपराध के मामले एक चिंता का विषय बनते जा रहे हैं. उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है. राज्य में आए दिन साइबर अपराध के मामले जिस तरह से लगातार बढ़ते जा रहे हैं, उसने सिस्टम के सामने एक चुनौती खड़ी कर दी है, क्योंकि दिन प्रतिदिन साइबर अपराध के नए नए मामले सामने आ रहे हैं, जो उत्तराखंड साइबर पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं. ऐसे में उत्तराखंड साइबर पुलिस लोगों को जागरूक किए जाने को लेकर साइबर अवेयरनेस कार्यक्रम भी चला रही है, ताकि लोगों की मेहनत की कमाई बचाई जा सके.
बढ़ते साइबर अपराध के मामलों को देखते हुए एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल का कहना है कि प्रदेश में लगातार साइबर अवेयरनेस के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इसके साथ ही 1930 हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से लोगों तक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. साथ ही साइबर ठगी करने वाले अपराधियों पर लगातार कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है. हालांकि, पिछले साल साइबर क्राइम मामले में 90 आरोपियों को कई राज्यों से गिरफ्तार किया गया है.
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आयुष अग्रवाल का कहना है कि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में रोजाना नए नए मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि, ठगी के पैसे को रिकवर करना हमेशा से ही साइबर पुलिस के लिए चुनौती भरा रहा है. पिछले साल करोड़ों की ठगी की गई, जिसमें से करीब 4 करोड़ रिकवरी की गई थी. लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध के मामलों को लेकर साइबर अपराध रोकने वाली संस्थाओं को गंभीरता से विचार विमर्श करने की जरूरत है. साथ ही लोगों में एक जागरूकता पैदा करने की जरूरत है, ताकि आए दिन बढ़ रहे साइबर अपराध के मामलों में कमी लाई जा सके.