देहरादून: कोरोना के बढ़ते संकट की वजह से लाखों लोगों के काम ठप हो गए हैं, जिसकी वजह से रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसा ही कुछ हाल देहरादून में ऑटो रिक्शा चालकों का है. लॉकडाउन की वजह से उनका काम प्रभावित हुआ है, जिस वजह से वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.
ऑटो रिक्शा यूनियन के पूर्व अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि देहरादून शहर में लगभग 2392 ऑटो रिक्शा का संचालन होता है. लेकिन लॉकडाउन की वजह से सभी ऑटो रिक्शा घर पर खड़ी है. ऐसे ऑटों संचालक आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. शहर के सभी ऑटो रिक्शा चालक प्रति दिन आम दिनों में 500 से 600 रुपए कमा लिया करते थे, लेकिन अब उन्हें एक रुपया भी नहीं मिल रहा है.
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अरोड़ा ने बताया कि इस महामारी को रोकने के लिए ऑटो रिक्शा चालक लॉकडाउन का समर्थन करते हैं, लेकिन उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. उसको देखते उन्होंने सरकार से मदद की अपील की है. यदि सरकार ऑटो रिक्शा चालकों को मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाये तो उनकी थोड़ी परेशानी कम हो सकती है.