देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा सत्र को लेकर फिलहाल जगह का चिन्हीकरण अभी तक नहीं हो पाया है. दरअसल, विधानसभा के सभा मंडप में इतनी जगह नहीं है कि 70 विधायकों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बिठाया जा सके. ऐसे में अब सचिवालय स्थित सभागार को भी विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है. इसी को देखते हुए आज विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार का संयुक्त निरीक्षण किया.
कोविड-19 के दृष्टिगत विधायकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विधानसभा सत्र के आयोजन के लिए दृष्टि से संभावनाएं तलाशी जा रही है. विधानसभा सत्र को संचालित करने के लिए पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानसभा मंडप का भी संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया था. मगर वहां भी सभा मंडप के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी. जिसके बाद से ही मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष द्वारा संयुक्त रूप से संभावनाएं तलाशी जा रही हैं.
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विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विधायकों से अनुरोध किया है कि वह वर्चुअल तरीके से जुड़कर कुछ हद तक कोरोना के इस काल में अपना योगदान दे सकते हैं. विधानसभा के मॉनसून सत्र को शुरू होने में अभी कुछ ही दिन बचे हैं, मगर अभी तक ये तय नहीं हो पाया है कि सदन विधानसभा में होगा या फिर सचिवालय में. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, विधानसभा का मॉनसून सत्र एक दिन का ही किया जा सकता है.