देहरादून: उत्तराखंड का आगामी विधानसभा शीतकालीन सत्र देहरादून में ही आहूत होने जा रहा है. सरकार की तरफ से अभी इसको लेकर कार्यक्रम आना बाकी है. लेकिन, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इससे पहले ही देहरादून में विधानसभा सत्र को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है. सीएम त्रिवेंद्र ने ठंड का हवाला देते हुए देहरादून में विधानसभा सत्र आयोजित होने की बात कही है. वहीं, कांग्रेस पार्टी ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सरकार गैरसैंण के पक्ष में नहीं है.
आगामी विधानसभा सत्र गैरसैंण में नहीं होने वाला है. सर्दी के कारण सत्र को इस बार देहरादून में ही चलाया जाएगा. हालांकि, सरकार की तरफ से इसके लिए फिलहाल कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है. वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इशारों ही इशारों में ये साफ कर दिया है कि इस बार विधानसभा सत्र देहरादून में ही होगा.
बता दें कि इस साल एक भी विधानसभा सत्र गैरसैंण में आहूत नहीं किया गया है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही थी कि इस साल के आखिरी सत्र को गैरसैंण में किया जा सकता है. लेकिन, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बढ़ती ठंड का हवाला देते हुए गैरसैंण में फिलहाल सत्र करवाना मुमकिन नहीं होना बताया है.
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि सर्दियों में गैरसैंण को लेकर सरकार का पुराना अनुभव ठीक नहीं है. जबकि, सरकार में कई बुजुर्ग विधायक भी हैं, जिनकी बात सुननी जरूरी है. ऐसे में सरकार इसी लिहाज से निर्णय लेगी.
गैरसैंण में विधानसभा सत्र आहूत नहीं करने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने त्रिवेंद्र सरकार को आड़े हाथ ले लिया है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने बताया कि सरकार द्वारा गैरसैंण को लेकर प्रावधान किया गया था, लेकिन सरकार की मंशा गैरसैंण के पक्ष में नहीं है. यही कारण है कि सरकार ने इस बार स्थापना दिवस पर गैरसैंण में कोई कार्यक्रम नहीं करवाया है.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सरकार ने बजट सत्र में बेहद ज्यादा पेपर वर्क होने की बात कहकर इसे गैरसैंण में होने से टाल दिया था और अब त्रिवेंद्र सिंह रावत ठंड का बहाना बना रहे हैं.