ETV Bharat / state

आशुतोष डिमरी ने गणेश गोदियाल को भेजा कानूनी नोटिस, पेचीदा हुआ BKTC विवाद

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य आशुतोष डिमरी और गणेश गोदियाल आमने-सामने आ गए हैं. इतना ही नहीं मामले में आशुतोष डिमरी ने गणेश गोदियाल को कानूनी नोटिस भेज दिया है. साथ ही कहा कि अगर गणेश गोदियाल उन पर लगाए आरोपों का प्रमाण पेश करते हैं तो वो सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेंगे.

Ganesh Godiyal
गणेश गोदियाल
author img

By

Published : Jul 21, 2022, 1:08 PM IST

देहरादूनः बदरी केदार मंदिर समिति और गणेश गोदियाल के बीच छिड़ी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. मंदिर समिति के सदस्य आशुतोष डिमरी ने बीते दिनों बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल के कार्यकाल में हुई वित्तीय अनियमितता और गड़बड़ी को लेकर हल्ला बोला था. जिस पर गणेश गोदियाल ने आशुतोष डिमरी पर कई आरोप लगाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी. अब आशुतोष डिमरी ने गणेश गोदियाल को एक कानूनी नोटिस थमा दिया है.

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (Badrinath Kedarnath Temple Committee) के सदस्य आशुतोष डिमरी ने कहा कि उन्होंने मामले में चमोली जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को जांच की मांग करते हुए पत्र सौंपा था. जिस पर मंत्री धन सिंह रावत ने मुख्य सचिव व सचिव धर्मस्व को जांच के निर्देश दिए हैं. जांच की आंच से बौखला कर गणेश गोदियाल ने 8 जुलाई 2022 को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके ऊपर एक षड्यंत्र के तहत जो झूठे, मनगढ़ंत व निराधार आरोप लगाए हैं, उनका पुरजोर तरीके से खंडन किया जाता है. इन मनगढ़ंत व निराधार आरोपों से उनकी मानहानि हुई है.

ये भी पढ़ेंः भ्रष्टाचार के आरोपों पर बोले गोदियाल- लोकतंत्र में न्याय बराबर, मेरे साथ मंत्री धन सिंह की भी हो SIT जांच

आशुतोष डिमरी ने कहा कि उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से गणेश गोदियाल को कानूनी नोटिस भेजा है. साथ ही इन झूठे मनगढ़ंत व निराधार आरोपों को लेकर गोदियाल को दोबारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सार्वजनिक तौर पर अपने शब्दों को वापस लेने और माफी मांगने को कहा गया है. यदि सार्वजनिक तौर पर गणेश गोदियाल अपने इस कृत्य के लिए माफी नहीं मांगते हैं तो उन्हें विवश होकर उनके खिलाफ न्यायालय में मानहानि की याचिका दायर करनी पड़ेगी.

आरोपों का सबूत मिलने पर सार्वजनिक जीवन से लेंगे संन्यासः उन्होंने कहा कि बदरी केदार मंदिर समिति में अपने कार्यकाल के दौरान व्यापक स्तर पर हुई वित्तीय अनियमितता व अन्य गड़बड़ियों को लेकर जांच का शिकंजा कसता देखता गणेश गोदियाल बौखला गए हैं. गोदियाल ने उनके कार्यकाल के दौरान लड्डू का काम लेने, फिल्म निर्देशन और 25 लाख के विज्ञापन के आरोप बिना तथ्यों व प्रमाणों के आधार पर लगाए हैं. जो पूरी तरीके से झूठे और निराधार हैं. यदि इन झूठे, तथ्यहीन व निराधार आरोपों का प्रमाण गणेश गोदियाल प्रस्तुत करते हैं तो वो सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने को तैयार हैं.

ये भी पढ़ेंः CM धामी से मिले गणेश गोदियाल, मंत्री धन सिंह और खुद पर लगे आरोपों की जांच की मांग

करप्शन चेन में शामिल अधिकारियों की भी हो जांचः बीकेटीसी सदस्य आशुतोष डिमरी ने आरोप लगाया कि गणेश गोदियाल के कार्यकाल में बदरी केदार मंदिर समिति के भीतर हुई वित्तीय अनियमितता व गड़बड़ी की जांच की जाए. साथ ही गणेश गोदियाल और उनके चहेते अभियंता अनिल ध्यानी समेत इस करप्शन चेन में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाएगी. जिससे मंदिर समिति के भीतर बड़े पैमाने पर हुए इस भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो सके.

ये भी पढ़ेंः कांग्रेस कार्यकाल में बदरी-केदार मंदिर समिति में हुई गड़बड़ी? गणेश गोदियाल पर लगा आरोप

देहरादूनः बदरी केदार मंदिर समिति और गणेश गोदियाल के बीच छिड़ी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. मंदिर समिति के सदस्य आशुतोष डिमरी ने बीते दिनों बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल के कार्यकाल में हुई वित्तीय अनियमितता और गड़बड़ी को लेकर हल्ला बोला था. जिस पर गणेश गोदियाल ने आशुतोष डिमरी पर कई आरोप लगाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी. अब आशुतोष डिमरी ने गणेश गोदियाल को एक कानूनी नोटिस थमा दिया है.

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (Badrinath Kedarnath Temple Committee) के सदस्य आशुतोष डिमरी ने कहा कि उन्होंने मामले में चमोली जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को जांच की मांग करते हुए पत्र सौंपा था. जिस पर मंत्री धन सिंह रावत ने मुख्य सचिव व सचिव धर्मस्व को जांच के निर्देश दिए हैं. जांच की आंच से बौखला कर गणेश गोदियाल ने 8 जुलाई 2022 को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके ऊपर एक षड्यंत्र के तहत जो झूठे, मनगढ़ंत व निराधार आरोप लगाए हैं, उनका पुरजोर तरीके से खंडन किया जाता है. इन मनगढ़ंत व निराधार आरोपों से उनकी मानहानि हुई है.

ये भी पढ़ेंः भ्रष्टाचार के आरोपों पर बोले गोदियाल- लोकतंत्र में न्याय बराबर, मेरे साथ मंत्री धन सिंह की भी हो SIT जांच

आशुतोष डिमरी ने कहा कि उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से गणेश गोदियाल को कानूनी नोटिस भेजा है. साथ ही इन झूठे मनगढ़ंत व निराधार आरोपों को लेकर गोदियाल को दोबारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सार्वजनिक तौर पर अपने शब्दों को वापस लेने और माफी मांगने को कहा गया है. यदि सार्वजनिक तौर पर गणेश गोदियाल अपने इस कृत्य के लिए माफी नहीं मांगते हैं तो उन्हें विवश होकर उनके खिलाफ न्यायालय में मानहानि की याचिका दायर करनी पड़ेगी.

आरोपों का सबूत मिलने पर सार्वजनिक जीवन से लेंगे संन्यासः उन्होंने कहा कि बदरी केदार मंदिर समिति में अपने कार्यकाल के दौरान व्यापक स्तर पर हुई वित्तीय अनियमितता व अन्य गड़बड़ियों को लेकर जांच का शिकंजा कसता देखता गणेश गोदियाल बौखला गए हैं. गोदियाल ने उनके कार्यकाल के दौरान लड्डू का काम लेने, फिल्म निर्देशन और 25 लाख के विज्ञापन के आरोप बिना तथ्यों व प्रमाणों के आधार पर लगाए हैं. जो पूरी तरीके से झूठे और निराधार हैं. यदि इन झूठे, तथ्यहीन व निराधार आरोपों का प्रमाण गणेश गोदियाल प्रस्तुत करते हैं तो वो सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने को तैयार हैं.

ये भी पढ़ेंः CM धामी से मिले गणेश गोदियाल, मंत्री धन सिंह और खुद पर लगे आरोपों की जांच की मांग

करप्शन चेन में शामिल अधिकारियों की भी हो जांचः बीकेटीसी सदस्य आशुतोष डिमरी ने आरोप लगाया कि गणेश गोदियाल के कार्यकाल में बदरी केदार मंदिर समिति के भीतर हुई वित्तीय अनियमितता व गड़बड़ी की जांच की जाए. साथ ही गणेश गोदियाल और उनके चहेते अभियंता अनिल ध्यानी समेत इस करप्शन चेन में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाएगी. जिससे मंदिर समिति के भीतर बड़े पैमाने पर हुए इस भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो सके.

ये भी पढ़ेंः कांग्रेस कार्यकाल में बदरी-केदार मंदिर समिति में हुई गड़बड़ी? गणेश गोदियाल पर लगा आरोप

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.