देहरादून: कश्मीर गुलमर्ग से दून के अंबीवाला निवासी सेना में 11 गढ़वाल राइफल में तैनात हवलदार राजेन्द्र सिंह नेगी लापता है. वहीं, सूचना मिलने पर परिजनों को अनहोनी की आशंका सता रही है. बताया जा रहा है कि बर्फ में उनका पैर फिसल गया. जिसके बाद सेना हवलदार की खोजबीन में जुटी हुई है. वहीं, घटना की सूचना मिलने के बाद से परिजनों के आंसू नहीं थम रहे हैं.
गौर हो कि लापता जवान राजेंद्र नेगी की पत्नी राजेश्वरी के मुताबिक अंतिम बार बात 8 जनवरी सुबह 10 बजे हुई थी. उसके बाद से अब तक किसी प्रकार की कोई खबर रेजीमेंट द्वारा नहीं दी गई है. वहीं राजेन्द्र सिंह नेगी के लापता होने के बाद पाकिस्तान पहुंचने की खबर से परिजन खासे चिंतित हैं. परिजनों ने केंद्र सरकार से अभिनंदन की तरह ही राजेंद्र की भी पाकिस्तान इलाके से वापसी की मांग की है.
कश्मीर घाटी के गुलमर्ग से ड्यूटी के दौरान बर्फ में पैर फिसलने से पिछले 4 दिन से लापता हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी की खोजबीन जारी है. परिवार के मुताबिक गुलबर्ग में तनाव के चलते सर्च टीम को कई परेशानियां आ रही है. परिजनों का कहना है कि पिछले 4 दिन से अभी तक किसी तरह सूचना नहीं आई है. ऐसे में परिवार की मांग है कि जल्द राजेन्द्र को तलाश किया जाना चाहिए.
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मूलरूप से चमोली जिले के आदि बद्री में रहने वाले लापता हवलदार राजेंद्र सिंह ने 2002 में आर्मी ज्वाइन की और वर्तमान में उनका परिवार देहरादून के अंबीवाला सैनिक कॉलोनी में रहता है. जहां उनकी पत्नी राजेश्वरी देवी के अलावा बड़ी बेटी अंजली, बेटा प्रियांशु और बेटी मीनाक्षी रहते हैं. वहीं राजेन्द्र सिंह नेगी की गुमशुदगी की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मचा हुआ है. परिजनों के मुताबिक, बीते अक्टूबर माह में हवलदार राजेंद्र नेगी 1 माह की छुट्टी के लिए देहरादून घर आए थे और नवंबर माह को लौटने के बाद व कश्मीर के गुलबर्ग में ड्यूटी पर तैनात थे.
लापता राजेंद्र सिंह नेगी की पत्नी के मुताबिक जैसे ही 8 जनवरी को उनकी लापता होने की खबर आई, जिसके बाद से उनके पति की कोई खबर नहीं आई. राजेश्वरी देवी के मुताबिक, उनके पति बर्फीले तूफान आने वाली जगह में ड्यूटी पर तैनात थे. ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत करते हुए लापता हवलदार राजेंद्र नेगी की पत्नी राजेश्वरी देवी ने केंद्र सरकार से पति को जल्द सकुशल खोजने की मांग की.