देहरादून: निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूलने की मनमानी के खिलाफ नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स ने मुख्य शिक्षा अधिकारी के पास 2 दर्जन से अधिक स्कूलों की शिकायत की है. इस संबंध में एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान की ओर से राज्य बाल आयोग को भी एक शिकायती पत्र सौंपा गया है.
एसोसिएशन के अध्यक्ष आरिफ खान ने बताया कि नैनीताल हाईकोर्ट और शासनादेश के मुताबिक, ऑनलाइन क्लासेज चलाने वाले स्कूल ही ट्यूशन फीस लेने के हकदार होंगे. लेकिन सभी स्कूलों ने इस आदेश की आड़ लेकर विभिन्न मदों में ली जाने फीस को ही ट्यूशन फीस बना दिया और अभिभावकों पर जमा करने का दबाव बना रहे हैं.
कुछ निजी स्कूलों ने तो 15 जुलाई तक फीस जमा कराने और नए सिरे से ऑनलाइन क्लासेज शुरू करने की चेतावनी तक दी है. जबकि अधिकांश अभिभावक मोबाइल से बच्चों पर पड़ने वाले दुष्परिणामों और इंटरनेट समेत अन्य समस्याओं के चलते ऑनलाइन क्लासेज के इच्छुक नहीं है.
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एसोसिएशन ने अभिभावकों से मनमानी फीस वसूलने को लेकर करीब दो दर्जन निजी स्कूलों की शिकायत मुख्य शिक्षा अधिकारी (नोडल अधिकारी) से की है. देहरादून के विभिन्न स्कूलों के अभिभावकों की ओर से एसोसिएशन ने बैठक करके सभी शिकायतों पर अपनी ओर से सामूहिक शिकायती पत्र बनाकर मुख्य शिक्षा अधिकारी को सौंपा है.
एसोसिएशन ने पत्र में यह मांग की है कि जब तक स्कूल यह स्पष्ट नहीं कर देते हैं कि किस मद में कितना शुल्क लिया जा रहा है, तब तक अभिभावकों पर स्कूल फीस जमा कराने के लिए दबाव नहीं बनाया जा सकता है.