देहरादून: MDDA की ओर से अगले सप्ताह यानी की सोमवार से ओटीएस (टाइम सेटलमेंट) स्कीम की शुरूआत की जा रही है. इसके संकेत MDDA सचिव हरबीर सिंह की ओर से दिए गए हैं. इस स्कीम के तहत ऐसे आवासीय और व्यावसायिक भवनों को दोबारा कंपाउंडिंग का मौका मिल सकेगा, जो बिना मानचित्र स्वीकृति के बनाए गए हैं. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन MDDA की वेबसाइट mddaonline.in पर लिए जाएंगे.
ओटीएस स्कीम को लेकर MDDA सचिव हरबीर सिंह की ओर से एमडीडीए की एसोसिएशन ऑफ इंजीनियर एंड टेक्निकल के सदस्यों के साथ वर्चुअल बैठक की. जिसमें एसोसिएशन के सभी सदस्यों को ओटीएस स्कीम के बारे में बताया गया.
पढ़ें:कोरोना कर्फ्यू को लेकर संशय बरकार, 6 जून तक के आंकड़ों के आधार पर होगा फैसला
एमडीडीए की एसोसिएशन ऑफ इंजीनियर एंड टेक्निकल की मीडिया प्रभारी सपना कनौजिया बताती है, कि हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण में यह योजना बीती 3 जून को ही लागू हो चुकी है. वहीं जल्द ही एमडीडीए की ओर से इस योजना को लागू किए जाने से हजारों लोगों को लाभ पहुंचेगा. वहीं इसकी पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है, इससे लोगों को आवेदन करने में दिक्कत नहीं आएंगी .
ओटीएस स्कीम के दायरे में आएंगे यह निर्माण-
आवासीय और व्यावसायिक भवन, दुकानें, कार्यालय, आवासीय क्षेत्रों में नर्सिंग होम क्लीनिक, ओपीडी पैथोलॉजी लैब, डायग्नोसिस सेंटर, नर्सरी स्कूल, प्लेग्रुप आदि.
यह रहेगा शुल्क
- पर्वतीय क्षेत्रों में आवासीय भवन के लिए 2500 और मैदानी क्षेत्रों में 5000 रुपए.
- पर्वतीय क्षेत्रों में गैर आवासीय भवन के लिए 5000 रुपए और मैदानी क्षेत्रों में 10000 रुपए.
बता दें कि, ओटीएस स्कीम को लेकर शासन से जारी अधिसूचना में यह साफ किया गया है. इस स्कीम के तहत मैदानी क्षेत्रों के प्राधिकरण को प्राप्त होने वाली 15% धनराशि उत्तराखंड नगर एवं आवासीय विकास प्राधिकरण की ओर से पर्वतीय जिलों के प्राधिकरण में आवंटित की जाएगी.