देहरादून: कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई गई मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसके तहत समस्त जिलाधिकारी कार्यालयों और जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालयों में आवेदन फॉर्म पहुंच चुके हैं.
गौरतलब है कि इस योजना के तहत वे सभी बच्चे लाभान्वित हो सकेंगे, जिनकी आयु 21 वर्ष या इससे कम है. वहीं, इस योजना के तहत उन सभी बच्चों को सरकार की ओर से 3000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिन्होंने मार्च 2020 से मार्च 2022 के बीच अपने माता या पिता को खो दिया है.
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने बताया कि वर्तमान में विभाग के पास कोरोना काल में अनाथ हुए 1200 बच्चों की जानकारी पहुंच चुकी है. इसमें ज्यादातर बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों के चलते अपने माता या पिता को खो दिया है या फिर दोनों को ही खो दिया है.
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ऐसे में इस तरह के सभी बच्चे अपने-अपने जिलों के जिला अधिकारियों या फिर जिला प्रोबेशन अधिकारियों के कार्यालय से वात्सल्य योजना का फॉर्म लेकर योजना से लाभान्वित होने के लिए आवेदन कर सकते हैं. वहीं जुलाई माह से आवेदन कर चुके बच्चों को आर्थिक सहायता मिलनी शुरू हो जाएगी.
वात्सल्य योजना के तहत सरकार बच्चों को आर्थिक सहायता देने के साथ ही उनकी शिक्षा की जिम्मेदारी भी उठाने जा रही है. इसके साथ ही इस योजना के तहत बच्चों की पैतृक संपत्ति की देखरेख की जिम्मेदारी समस्त जिलों के जिलाधिकारियों को सौंपी गई है.