देहरादून: बीएएमएस फर्जी चिकित्सक मामले में गठित टीम ने 12वीं गिरफ्तारी की है. टीम ने टिहरी से फर्जी बीएएमएस चिकित्सक को गिरफ्तार किया है. टीम ने फर्जी बीएएमएस डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद निवासी ग्राम मजगांव थाना चंबा को टिहरी के ग्राम सत्यों से गिरफ्तार किया है, जो टिहरी में फर्जी डिग्री के आधार पर प्रैक्टिस कर रहा था.
एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने कहा नेहरू कॉलोनी पुलिस ने टिहरी के सत्यों से एक फर्जी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद उनियाल को गिरफ्तार किया है, जो वहां प्रैक्टिस कर रहा था. साथ ही नेहरू कॉलोनी पुलिस ने इस गोरखधंधे के मास्टरमाइंड इमलाख की निशानदेही पर 1200 फर्जी दस्तावेज और डिग्रियां, लेटर पैड, 51 मुहरे बरामद की है. जिसमें यूक्रेन से जारी एमबीबीएस की डिग्रियां भी शामिल हैं.
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बता दें कि राजेंद्र प्रसाद ने साल 1991 में बीईएमएस की डिग्री ली थी. उसके बाद साल 2017 में राजेंद्र की इमलाख से अनुराग नौटियाल के माध्यम से मुलाकात हुई थी. जिसने राजेंद्र प्रसाद को बीएएमएस की फर्जी डिग्री दिलवाया और भारतीय चिकित्सा परिषद में उसका पंजीकरण भी करवाया.
इस डिग्री के एवज में इमलाख ने राजेंद्र से 6 लाख रुपए भी लिए थे. मामले में आरोपी इमलाख को तीन दिन के पुलिस रिमांड में लिया गया था. इस दौरान पूछताछ के बाद इमलाख से मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरनगर बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज में फर्जी डिग्रियां और दस्तावेज कुल मिलाकर 1200, लेटर पैड और 51 मुहरें इत्यादि बरामद की गईं हैं. दस्तावेजों को चेक करने पर दस्तावेजों में यूक्रेन से जारी एमबीबीएस की डिग्रियां भी बरामद हुई है. से पूछताछ के बाद टीम ने 1200 फर्जी दस्तावेज और डिग्री, लेटर पैड औप 51 मुहर बरामद की है.