देहरादून: उत्तराखंड में पशुपालन विभाग ने अब तक 54 करोड़ के एमओयू साइन किए हैं. वहीं 8 नवंबर को होने वाले इन्वेस्टर्स समिट से पहले पशुपालन, मत्स्य विभाग का लक्ष्य 300 करोड़ के निवेश का है. जिसमें कई कंपनियां शामिल हैं.
उत्तराखंड की आर्थिक उन्नति में एक लंबी लाइन खींचने की दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा की ही पिछली त्रिवेंद्र सरकार से एक कदम और छलांग लगाते हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का प्लान बनाया है. जिसको लेकर उत्तराखंड सरकार की तरफ से खुद मुख्यमंत्री धामी निवेशकों को लुभाने के लिए विदेशों की यात्रा कर चुके हैं और उत्तराखंड में मौजूद संभावनाओं और अवसरों के लिए बड़े निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं. प्रदेश में निवेश के लिए बेहतर माहौल और व्यवस्थित प्रक्रिया के लिए पहले ही होमवर्क के रूप में उद्योग से जुड़ी तमाम पॉलिसियां भी ला चुके हैं. वहीं उत्तराखंड में पशुपालन, मत्स्य पालन और सहकारिता के क्षेत्र में देश और विदेश के कुछ बड़े उद्योग घराने इंटरेस्टेड नजर आ रही हैं.
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सरकार द्वारा देश में और देश के बाहर भी रोड शो और तमाम आयोजनों के जरिए निवेशकों को इन्वेस्टर्स समिट के लिए आमंत्रित किया गया हैं. कई कंपनियों के साथ मौके पर ही एमओयू साइन किए गए हैं. पशुपालन, मत्स्य विभाग के सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि वह 28 अक्टूबर को चेन्नई में रोड शो करेंगे. बताया कि उनके विभाग को 400 करोड़ का लक्ष्य मिला है. उन्होंने दावा किया है कि यह लक्ष्य समय पर पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए कई उद्योग जगत के लोगों से बातचीत हो रही है, उन्होंने कहा कि डेयरी, मत्स्य पालन और पशुपालन में तीन से चार सौ करोड़ का निवेश जुटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि नेस्ले उत्तराखंड में दूसरा प्लांट लगाए, इस पर भी बातचीत चल रही है. साथ ही बड़े प्लेयर में से अमूल के साथ भी बातचीत हो रही है.