देहरादून: केदारनाथ धाम के कपाट 27 अक्टूबर को पूरे विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं, लेकिन केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत (Gold layer in Kedarnath temple) लगाये जाने और फिर वहां की फोटो वायरल होने से बाद से ही उत्तराखंड राज्य के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में बाबा केदार के गर्भगृह की तस्वीर साफ-साफ देखी जा रही है. यही वजह है की ना सिर्फ तीर्थ पुरोहित बल्कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी राज्य सरकार पर हमलावर नजर आ रही है. तो वहीं बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय फोटो वायरल करने वाले लोगों का धन्यवाद देते नजर आ रहे हैं.
गर्भगृह में फोटो लेना वर्जित: आपको बता दें कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में फोटो खींचना वर्जित है. जबकि सोशल मीडिया पर वायरल फोटो में गर्भगृह में बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय नजर आ रहे हैं. जिसके बाद से ही बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय और राज्य सरकार पर तीर्थ पुरोहितों और कांग्रेस ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. गौरतलब है कि एक दानदाता ने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत लगाने की इच्छा जाहिर की थी, जिसके बाद बीकेटीसी की अनुमति पर बाबा केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के चारों ओर दीवारों पर सोने की परत लगाई गई है.
सोने का परत चढ़ाने से पुरोहित नाराज: तीर्थ पुरोहित केदारनाथ मंदिर में सोने की परत चढ़ाए जाने का पहले से ही विरोध कर रहे हैं. अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि सोशल मीडिया पर अजेंद्र अजय की गर्भगृह में खींची गई तस्वीर वायरल होने से मामला और तूल पकड़ने लगा है. केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने कहा तीर्थ पुरोहितों से बिना बातचीत किए ही केदारनाथ मंदिर में सोने की परत चढ़ाई गई है, जिसका तीर्थ पुरोहित समाज अभी भी विरोध कर रहा है. इतना ही नहीं, बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने खुद गर्भगृह के सामने अपनी फोटो खिंचवाई और उसको सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं. जिसका तीर्थ पुरोहित समाज पूरी तरह से विरोध कर रहा है क्योंकि यह सनातन परंपरा के खिलाफ है.
अजेंद्र अजय ने कहा धन्यवाद: उधर, केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह का फोटा वायरल होने पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि, गर्भगृह का जो फोटो वायरल हो रहा है, वो एक साजिश के तहत वायरल किया जा रहा है, लेकिन उन्होंने फोटो वायरल करने वाले लोगों को धन्यवाद भी दिया है. अजेंद्र का कहना है कि जो फोटो वो खुद अपने सोशल मीडिया पर नहीं डाल सकते थे, वो फोटो लोगों ने वायरल कर उनकी पब्लिसिटी की है. इसके साथ ही BKTC अध्यक्ष ने कहा कि वो उनके विरोधियों से कहना चाहते हैं कि केदारनाथ में हो रहे बेहतरीन कार्यों का भी जिक्र करें. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बदरी-केदार यात्रा में कई ऐतिहासिक प्रोजेक्ट्स शुरू किए, उन कार्यों के बारे में भी कुछ बोलना चाहिए.
वायरल फोटो पर कांग्रेस ने उठाये सवाल: वहीं, केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह का फोटो वायरल होने पर कांग्रेस ने भी सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरत सिंह नेगी ने कहा कि केदारनाथ के गर्भगृह में किसी भी प्रकार की फोटो खींचना प्रबंधित है. जबकि बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष स्वयं को मंदिर से जुड़ी आस्था और परंपराओं से ऊपर दिखाने की कोशिश करते हुए खुलेआम गर्भगृह में सोने की परत चढ़ी फोटो को वायरल कर रहे हैं, जो सरासर केदारनाथ की परंपराओं के विपरीत है.
भाजपा ने किया पलटवार: हालांकि, भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट ने कहा केदारनाथ मंदिर की पवित्रता को लेकर भाजपा सरकार हमेशा से ध्यान देती रही है. मंदिर परिसर में किए गए कार्यों को लेकर फोटोग्राफी हुई है.
अजय अजेंद्र ने बताया साजिश: केदारनाथ धाम के गर्भगृह में फोटो खींचना वर्जित है. लेकिन इन दिनों बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की मंदिर के गर्भगृह में निरीक्षण करने की एक फोटो वायरल हो रही है, जिसको लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कुछ लोग उन्हें पद से हटाने की सुपारी दे चुके हैं. अजेंद्र अजय आगे कहते हैं कि मंदिर समिति के कुछ कार्मिक उनके खिलाफ रच रहे हैं. क्योंकि वे लोग कर्मचारियों के ट्रांसफर से नाराज हैं. ऐसे में उन्हें अध्यक्ष पद से हटाने के लिए किसी को सुपारी दी गई है.