देहरादून: आंगनबाड़ी कार्यकत्री बीते 36 दिनों से मानदेय वृद्धि समेत राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग को लेकर धरना स्थल पर बैठी हैं. वहीं, अब कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. इसके साथ ही मानदेय वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच कर चुकी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया है.
बता दें कि आंगनबाड़ी मिनी सेविका संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां 7 दिसंबर से धरने पर बैठी हुई हैं. साथ ही 10 जनवरी से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि सरकार उनकी किसी भी मांग पर सुनवाई नहीं कर रही है.
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हालांकि, उनके इस आंदोलन को विभिन्न संगठनों का समर्थन प्राप्त हो रहा है. सभी संगठन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को जायज ठहराते हुए सड़कों पर उतरने को तैयार है. वहीं, सरकार लगातार प्रदर्शनकारियों की मांगों की अनदेखी करने में लगी हुई है. विभाग के माध्यम से प्रदेश सरकार आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर दबाव बनवा रही है.
गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर दो बार मुख्यमंत्री आवास कूच करके अपना विरोध दर्ज करा चुकी है. वहीं, इन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में से देहरादून की सविता शर्मा और शशि थापा अब आमरण अनशन पर बैठ गई हैं. आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा.