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देहरादून: 36 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां धरने पर, अब आमरण अनशन शुरू - 36 दिनों से बैठी धरने पर

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां 36 दिनों से मानदेय वृद्धि समेत राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठी हुई है. साथ ही सरकार की ओर से अनदेखी करने पर शनिवार से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है.

anganwadi female workers on protest
आंगनवाडी कार्यकत्रियां बैठीं आमरण अनशन पर
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Published : Jan 11, 2020, 5:25 PM IST

देहरादून: आंगनबाड़ी कार्यकत्री बीते 36 दिनों से मानदेय वृद्धि समेत राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग को लेकर धरना स्थल पर बैठी हैं. वहीं, अब कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. इसके साथ ही मानदेय वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच कर चुकी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया है.

anganwadi female workers on protest
आमरण अनशन पर बैठी महिलाएं.

बता दें कि आंगनबाड़ी मिनी सेविका संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां 7 दिसंबर से धरने पर बैठी हुई हैं. साथ ही 10 जनवरी से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि सरकार उनकी किसी भी मांग पर सुनवाई नहीं कर रही है.

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रदर्शन जारी.

यह भी पढ़ें: युवक ने नदी पर बनाया अस्थायी पुल, अब धड़ल्ले से कर रहा राहगीरों से वसूली

हालांकि, उनके इस आंदोलन को विभिन्न संगठनों का समर्थन प्राप्त हो रहा है. सभी संगठन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को जायज ठहराते हुए सड़कों पर उतरने को तैयार है. वहीं, सरकार लगातार प्रदर्शनकारियों की मांगों की अनदेखी करने में लगी हुई है. विभाग के माध्यम से प्रदेश सरकार आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर दबाव बनवा रही है.

गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर दो बार मुख्यमंत्री आवास कूच करके अपना विरोध दर्ज करा चुकी है. वहीं, इन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में से देहरादून की सविता शर्मा और शशि थापा अब आमरण अनशन पर बैठ गई हैं. आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा.

देहरादून: आंगनबाड़ी कार्यकत्री बीते 36 दिनों से मानदेय वृद्धि समेत राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग को लेकर धरना स्थल पर बैठी हैं. वहीं, अब कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. इसके साथ ही मानदेय वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच कर चुकी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया है.

anganwadi female workers on protest
आमरण अनशन पर बैठी महिलाएं.

बता दें कि आंगनबाड़ी मिनी सेविका संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां 7 दिसंबर से धरने पर बैठी हुई हैं. साथ ही 10 जनवरी से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि सरकार उनकी किसी भी मांग पर सुनवाई नहीं कर रही है.

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रदर्शन जारी.

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हालांकि, उनके इस आंदोलन को विभिन्न संगठनों का समर्थन प्राप्त हो रहा है. सभी संगठन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को जायज ठहराते हुए सड़कों पर उतरने को तैयार है. वहीं, सरकार लगातार प्रदर्शनकारियों की मांगों की अनदेखी करने में लगी हुई है. विभाग के माध्यम से प्रदेश सरकार आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर दबाव बनवा रही है.

गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर दो बार मुख्यमंत्री आवास कूच करके अपना विरोध दर्ज करा चुकी है. वहीं, इन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में से देहरादून की सविता शर्मा और शशि थापा अब आमरण अनशन पर बैठ गई हैं. आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा.

Intro:मानदेय वृद्धि समेत राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग को लेकर बीते 36 दिनों से धरना स्थल पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा
summary- मानदेय वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच कर चुकी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया है।


Body:आंगनबाड़ी मिनी सेविका संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि आंगनवाडी कार्यकत्रियां बीती 7 सितंबर से धरने पर बैठी हुई हैं, और 10 जनवरी से दो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। क्योंकि सरकार हमारी किसी मांग पर सुनवाई नहीं कर रही है,हालांकि उनके इस आंदोलन को विभिन्न संगठनों का समर्थन प्राप्त हो रहा है। सभी संगठन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को जायज ठहराते हुए सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। मगर सरकार लगातार मांगों की अनदेखी करने में लगी हुई है, विभाग के माध्यम से प्रदेश सरकार आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर दबाव बनवा रही है, लेकिन सबने यह ठान लिया है कि मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठी महिलाओं की लाशें ही यहां से जाएंगी।
बाईट- रेखा नेगी, प्रदेश अध्यक्ष ,आंगनवाड़ी मिनी सेविका संगठन


Conclusion: गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर दो बार मुख्यमंत्री आवास कूच करके अपना विरोध दर्ज करा चुकी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में से देहरादून की सविता शर्मा और शशि थापा आमरण अनशन पर बैठ गई हैं, आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा।
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