देहरादून: बीते साल 4 और 5 दिसंबर को हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा मामले में अब पेपर लीक होने की बात सामने आई है. इस मामले का खुलासा करते हुए बेरोजगार संघ से जुड़े युवाओं ने पेपर लीक के तथ्य भी मीडिया के सामने रखे हैं. युवा बेरोजगारों का आरोप है कि पेपर होने के करीब 12 घंटे पूर्व ही पेपर की आंसर शीट कुछ युवाओं के व्हाट्सएप नंबर पर भेज दी गई थी. जिसका युवाओं ने व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट के प्रमाण भी दिये हैं.
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार का कहना है कि बीडीओ और वीपीडीओ समेत आयोग की सभी परीक्षाओं में हमेशा धांधली होती रहती है. इस कारण जो लोग मेहनत नहीं करते वह भी टॉपर बन जाते हैं. उन्होंने स्क्रीनशॉट बताते हुए कहा कि परीक्षा से 12 घंटे पूर्व ही पेपर का स्क्रीनशॉट भी सामने आया है.
वहीं, बेरोजगार युवाओं का कहना है कि मामले में उन्होंने सरकार के साथ विभागों को भी पूर्व में ज्ञापन दिया था. लेकिन किसी ने भी उनके ज्ञापन का संज्ञान नहीं लिया है. ऐसे में लोगों ने सरकार से मांग की है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.
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दरअसल, 6 नवंबर 2020 में समाज कल्याण अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी, सहायक चकबंदी अधिकारी वह ग्राम विकास अधिकारी समेत कई अन्य विभागों में 916 पदों पर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भर्तियां निकाली थी. जिसमें करीब डेढ़ लाख युवाओं ने भाग लिया था और जिस का पेपर 4 और 5 दिसंबर 2021 में हुआ था. ऐसे में बेरोजगार युवाओं ने आज इन परीक्षाओं में धांधली का आरोप लगाया है.