देहरादून: उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग की रिकमेंडेशन पर कई जिलों के जिलाधिकारियों ने झटका और हलाल मांस की जानकारी को सार्वजनिक करने को लेकर सख्त आदेश दिए हैं. उत्तराखंड में उधमसिंह नगर, नैनीताल और रुद्रप्रयाग जिलों में जिले में लोकल प्रशासन ने इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं.
झटका या हलाल मीट की देनी होगी जानकारी: नैनीताल जिले में जिला प्रशासन ने अल्पसंख्यक आयोग के गुरुदेव सिंह सहोता अध्यक्ष, हरीश नारंग महासचिव और डॉक्टर कुलदीप दत्त संयोजक सिख समन्वय समिति देहरादून के संयुक्त प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए सभी होटल रेस्टोरेंट और दुकानों में परोसे जाने वाले मांस को झटका या फिर हलाल के रूप में स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने की मांग की थी. जिस पर अल्पसंख्यक आयोग ने एडवाइजरी जारी की. अब जिला प्रशासन ने इस संबंध में सभी रेस्टोरेंट संचालकों को सख्त निर्देश दिए हैं.
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यह संबंध में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ राकेश जैन का कहना है कि आयोग द्वारा समय-समय पर अल्पसंख्यक समाज के धार्मिक और सामाजिक महत्व को ध्यान में रखते हुए इस तरह के सुझाव राज्य सरकार और जिला प्रशासन को दिया जाता है. इसी कड़ी में कुछ जिलों के जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा यह आदेश किए गए हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि जिलाधिकारी द्वारा सख्ती बरते जाने पर इन क्षेत्रों में चल रहे तमाम रेस्टोरेंट संचालक और मांस विक्रेता झटका और हलाल श्रेणी का ध्यान रखेंगे. इस संबंध में ग्राहक को पूरी जानकारी मिले इसको सुनिश्चित करेंगे.