मसूरी: लॉकडाउन के बीच देश में विभिन्न केंद्रीय मजदूर संगठन श्रम कानूनों को कमजोर करने का विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस मसूरी के द्वारा मसूरी कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर मजदूर नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
मजदूर नेता आरपी बडोनी और देवी गोदियाल ने कहा कि श्रम कानूनों में हेराफेरी की जा रही है. लंबे अरसे के बाद अर्जित की गई सुविधाएं वापस ली जा रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से पूरा देश जूझ रहा है. कोरोना का असर सबसे ज्यादा असंगठित क्षेत्रों पर पड़ रहा है. इस वजह से तमाम श्रमिक भुखमरी की कगार पर खड़ा है. देश के विभिन्न क्षेत्रों के कारखाने होटल स्कूल आदि बंद पड़े हैं, जिससे इस समय में मजदूर अपनी रोजी-रोटी के लिए मोहताज हो गए हैं. उत्तराखंड में भी लघु उद्योग एवं होटलों में कार्यरत श्रमिकों को नौकरी से हटाने का काम किया जा रहा है.
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उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार होटल और लघु उद्योग के मालिकों को निर्देश दे कि निकाले गए श्रमिकों को तुरंत वापस लिया जाए व उन्हें आर्थिक सहायता दी जाए. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती तो वे लॉकडाउन खत्म होने के बाद देशव्यापी आंदोलन करेंगे.