मसूरी: सफाई कर्मियों की लंबित मांगों पर कार्रवाई न होने से आक्रोशित अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने 15 जनवरी को सामूहिक गिरफ्तारी देने का ऐलान किया है. रविवार को अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ की मसूरी शाखा के अध्यक्ष गुलशन चैनालिया के नेतृत्व में संघ के कर्मचारी पिक्चर पैलेस चौक पर एकत्रित हुए और हाथों में जलती मशालें लेकर धामी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसी बीच सफाई कर्मचारियों ने उनकी मांगों को अनदेखा करने का भी आरोप लगाया.
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ मसूरी अध्यक्ष गुलशन चैनालिया और महासचिव राहुल ने कहा कि पूर्व में सफाई कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन सरकार की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिस पर सफाई कर्मियों ने सामूहिक गिरफ्तारी देने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि विभिन्न मांगे जिसमें डॉ. ललित मोहन रयाल कमेटी की सिफारिशों को तुरंत लागू करने, ठेकेदारी व संविदा जैसी प्रथाओं को समाप्त करने, मृतक आश्रितों के लंबित मामलों का निस्तारण कर नियुक्ति प्रदान करने, सफाई कर्मियों के पदोन्नति में मानक का शिथिलीकरण, समस्त निकाय कर्मियों को रिवाल्विंग फंड बनाकर ग्रुप इंश्योरेंस का लाभ देने और सफाई कर्मियों को आवास पर मालिकाना हक देने की मांग उठाई गई है.
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सफाई कर्मियों ने कोरोना काल में अपनी जान को जोखिम में डालकर अपने दायित्वों का निर्वहन किया. उसके बाद भी सफाई कर्मियों को बोनस, ग्रेच्युटी, वेतन अवकाश राहत, वर्दी धुलाई, उपकरण भत्ता, प्रोत्साहन भत्ता, वेतन बढ़ोतरी और ओवर टाइम, ईपीएफ आदि की सुविधा नहीं दी जाती है, जबकि उपनल कर्मियों को सभी सुविधाएं दी जाती हैं.. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिसके विरोध में अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ सोमवार को सचिवालय का घेराव करेगा.
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